वाराणसी : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वाराणसी में पीएम-किसान सम्मान निधि के तहत लगभग 20,000 करोड़ रुपए की 17वीं किस्त जारी की और कृषि सखियों के रूप में 30,000 से अधिक स्वयं सहायता समूहों को प्रमाणपत्र प्रदान किए.
इस अवसर पर उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान एवं अन्य कई राज्य मंत्री उपस्थित रहे.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बताया कि करोड़ों किसानों के खाते में 20,000 करोड़ रुपए जमा हुए हैं. उन्होंने कृषि सखी पहल को 3 करोड़ ‘लखपति दीदी’ बनाने की दिशा में एक मजबूत कदम बताया. उन्होंने कहा कि यह पहल लाभार्थी महिलाओं के लिए गरिमा और आय के स्रोत का आश्वासन सुनिश्चित करेगी.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आगे कहा, “पीएम किसान सम्मान निधि दुनिया की सब से बड़ी प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण योजना के रूप में उभरी है.”
उन्होंने कहा कि करोड़ों किसानों के बैंक खातों में 3.25 लाख करोड़ रुपए से अधिक हस्तांतरित किए गए हैं, जहां अकेले वाराणसी में 700 करोड़ रुपए किसान परिवारों को हस्तांतरित किए गए हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाभ को योग्य लाभार्थियों तक पहुंचाने में प्रौद्योगिकी के उपयोग की सराहना की और विकसित भारत संकल्प यात्रा का भी श्रेय दिया, जिस ने एक करोड़ से अधिक किसानों को ‘पीएम किसान योजना’ के तहत खुद को पंजीकृत करने में सक्षम बनाया. उन्होंने यह भी कहा कि पहुंच बढ़ाने के लिए नियमों और विनियमों को सरल बनाया गया है.
नरेंद्र मोदी ने कहा, “जब इरादे और विश्वास सही जगह पर हों, तो किसान कल्याण से जुड़े काम तेजी से होते हैं.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कृषि सखी कार्यक्रम ड्रोन दीदी कार्यक्रम की तरह ही इस दिशा में एक कदम है. आशा कार्यकर्ताओं और बैंक सखियों के रूप में महिलाओं के योगदान को रेखांकित करते हुए उन्होंने कहा कि राष्ट्र अब कृषि सखियों के रूप में महिलाओं की क्षमताओं को देखेगा.
कार्यक्रम के दौरान अपने संबोधन में केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी लगातार तीसरी बार प्रधानमंत्री बन कर पहली बार काशी पधारे हैं. बहुमत से तीसरी बार प्रधानमंत्री बनना एक इतिहास है. जनता द्वारा दिया गया यह जनादेश अपनेआप में अद्भुत और अभूतपूर्व है.
केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने आगे कहा कि कृषि भारतीय अर्थव्यवस्था की रीढ़ है और किसान उस की आत्मा है. हमारे लिए किसान ही भगवान है और किसानों की सेवा भगवान की पूजा के समान है. इसी भाव से भारत सरकार लगातार किसानों के कल्याण के काम में लगी है.
उन्होंने कहा कि ये प्रधानमंत्री मोदी की किसानों और खेती के प्रति प्रतिबद्धता ही है कि उन्होंने प्रधानमंत्री बनने के बाद सब से पहले किसान सम्मान निधि अर्थात् किसान के खाते में पैसे डालने वाली फाइल पर साइन किया और आज यहां आ कर अपना पहला कार्यक्रम भी किसानों के बीच में किया.
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज प्रधानमंत्री के सिंगल क्लिक से लगभग सवा 9 करोड़ किसानों के खाते में 20,000 करोड़ रुपए डालने के बाद लगभग 3,25,000 करोड़ रुपए अब तक किसानों के खाते में डाल दिए गए हैं. किसानों की आय दोगुनी करने के रोडमैप पर लगातार काम हुआ है. इस के लिए एक और सिंचाई योजनाओं के माध्यम से नई तकनीक का प्रयोग कर उत्पादन बढ़ाने के प्रयास लगातार जारी हैं, तो वहीं दूसरी ओर उत्पादन की लागत घटाने के लिए सरकार अरबों रुपए की सब्सिडी देती है, जिस से किसान को सस्ती खाद मिलती है.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि दुनिया में खाद के दाम आसमान पर हैं, लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में सरकार किसानों को सस्ती खाद उपलब्ध करवा रही है. साथ ही, किसान क्रेडिट कार्ड जैसी योजना ने साहूकारों के चंगुल से किसान को मुक्त किया है. छोटे किसान किसान सम्मान निधि से खाद और बीज की व्यवस्था करते हैं.
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी द्वारा लिए गए फैसले के अनुरुप सभी प्रदेशों में किसान को फसलों के बेहतर दाम दिलाने के लिए फसल की लागत पर कम से कम 50 फीसदी का लाभ दे कर न्यूनतम समर्थन मूल्य तय किया जाता है.
मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्राकृतिक आपदा में अगर फसल को नुकसान होता है, तो भरपाई के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना बनाई गई है, तो वहीं कृषि के विविधीकरण को ले कर भी निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं, जैसे फूलों की खेती, फलों की खेती, सब्जियों की खेती, औषधीय खेती, कृषि वानिकी, कृषि के साथ पशुपालन, मधुमक्खीपालन आदि को बढ़ावा मिले, ताकि किसानों की आय दोगुनी हो जाए.
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री का मानना है कि यह धरती केवल हमारे लिए नहीं है, बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए भी है. यदि अनियंत्रित कीटनाशक और खाद के प्रयोग से यह धरती बंजर हो गई, तो आने वाली पीढ़ियां इस धरती पर कैसे रहेंगी.
उन्होंने कहा कि इस से निबटने के लिए प्रधानमंत्री मोदी ने प्राकृतिक खेती का अभियान चलाया है. कृषि विभाग दिनरात मेहनत करेगा और प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में किसानों की भलाई में कोई कसर नहीं छोड़ेगा.
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि प्रधानमंत्री का संकल्प है 3 करोड़ लखपति दीदी बनाने का, जिस में से लगभग एक करोड़ लखपति दीदी बन चुकी हैं. उसी का एक आयाम है कृषि सखी, जिन्हें आज प्रमाणपत्र भी वितरित किए गए हैं.
उन्होंने कहा कि ये हमारी वे बहनें हैं, जिन को किसानों को उन के काम में सहयोग करने के लिए ट्रेनिंग दी गई है. ऐसी 34,000 बहनों को अभी तक ट्रेनिंग दी जा चुकी है. ये कृषि सखियां एक ओर किसान को अच्छी खेती करने में सहयोग करेंगी, तो वहन दूसरी ओर अपनी आय भी बढ़ा पाएंगी.