नई दिल्ली : 18 जुलाई, 2024. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण व ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान द्वारा राज्यों के कृषि मंत्रियों के साथ क्रमवार बैठकों की कड़ी में पिछले दिनों नई दिल्ली स्थित कृषि भवन में पंजाब के कृषि, पशुपालन, मत्स्यपालन, डेयरी विकास और खाद्य प्रसंस्करण मंत्री गुरमीत सिंह खुदियां के साथ बैठक हुई. इस दौरान राज्य में खेतीकिसानी के विकास को ले कर विविध विषयों पर सकारात्मक चर्चा हुई.
मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पंजाब द्वारा रखे गए राज्य कृषि सांख्यिकी प्राधिकरण से संबंधित प्रस्ताव पर मंत्रालय की ओर से मंजूरी का पत्र पंजाब के मंत्री को बैठक में दिया. बैठक में पंजाब को राज्य कृषि सांख्यिकी प्राधिकरण (एसएएसए) संबंधित स्वीकृति का जो पत्र केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय की ओर से दिया गया है, उस के अनुसार कृषि सांख्यिकी में सुधार (आईएएस) योजना में पंजाब को भी शामिल करते हुए एसएएसए के तहत परियोजना निगरानी इकाई (पीएमयू) स्थापित करने की अनुमति दी गई है.
इस योजना के अंतर्गत आईएएस के कार्यों में शामिल कर्मचारियों के लिए सौ फीसदी वित्तीय सहायता के साथ धनराशि जारी की जाती है. यह पहल कृषि सांख्यिकी प्रणाली में सुधार की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है.
बैठक में फसल अवशेष प्रबंधन योजना के कार्यान्वयन को ले कर चर्चा हुई और इस बात पर जोर दिया गया कि पर्यावरण के हित में इस दिशा में और भी गंभीरता से काम किया जाना चाहिए.
उन्होंने कहा कि किसानों को ड्रेगन फ्रूट, कीनू आदि उगाने सहित बागबानी एवं अन्य फसलों के लिए प्रोत्साहित किया जाना चाहिए, ताकि पराली की समस्या कम हो और किसानों की आमदनी भी बढ़ सके.
राष्ट्रीय कृषि विकास योजना (आरकेवीवाई) के संबंध में केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने केंद्र सरकार की ओर से पूरी मदद का भरोसा दिलाया, वहीं अन्य राज्यों की तरह पंजाब को भी पर्याप्त खादबीज की आपूर्ति होती रहेगी.
उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार इस संबंध में पूरी तरह गंभीरता से काम कर रहा है. हम मिलजुल कर खेतीकिसानी के विकास के लिए लगातार काम करते रहेंगे. बैठक में कृषि सचिव संजीव चोपड़ा सहित वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे.