उदयपुर : डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी परिषद द्वारा 11 अगस्त को महाविद्यालय में “डेयरी एवं खाद्य उद्योग में अवसर” विषयक कार्यक्रम ड्रीम बौक्स का आयोजन हुआ. इस अवसर पर पूर्व विद्यार्थी परिषद के अध्यक्ष डा. करुण चंडालिया ने बताया कि विद्यार्थियों को डेयरी एवं खाद्य क्षेत्र में उपलब्ध उद्यमिता, रोजगार एवं उच्च शिक्षण से संबंधित जानकारी दी गई. साथ ही, वार्षिक आम बैठक भी हुई, जिस में वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया गया और 1999 से 2003 के पूर्व छात्रों को सम्मानित किया गया.

महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. लोकेश गुप्ता ने बताया कि यह महाविद्यालय राजस्थान का सब से पुराना डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय है और डेयरी एवं खाद्य के उच्च तकनीक तंत्री साल 1982 से तैयार कर देश सेवा में अपना योगदान दे रहा है.

यह अपार गर्व का विषय है कि इस महाविद्यालय के पूर्व छात्र आज डेयरी एवं खाद्य क्षेत्र के सिरमौर उद्यमों में उच्च पदों पर हैं और छात्रों को अधिकारियों में रूपांतरित देख कर आज महाविद्यालय गौरवान्वित है.

महाविद्यालय के पूर्व छात्र, जो आज अधिकारी हैं, अपने कनिष्ठ साथियों को कैरियर परामर्श देने के लिए आज एकत्र हो कर महाविद्यालय की गौरवशाली परंपरा को निभा रहे हैं.

इस अवसर पर महाविद्यालय के पूर्व विद्यार्थी परिषद के कार्यालय का उद्घाटन एमपीयूएटी के कुलपति डा. अजीत कुमार कर्नाटक ने किया. उन्होंने कहा कि डेयरी एवं खाद्य प्रौद्योगिकी महाविद्यालय के पूर्व छात्र परिषद् के सदस्य, जो कि देशविदेश के सिरमौर उद्यमों में विभिन्न स्तरों पर अपनी सेवाएं दे रहे हैं और आज अपने कनिष्ठ साथियों को कैरियर परामर्श देने के लिए एकत्रित देख कर गर्व का अनुभव हो रहा है.

पूर्व विद्यार्थी परिषद के सचिव निर्भय गोयल ने सभी अतिथियों और कैरियर परामर्श विशेषज्ञों को धन्यवाद ज्ञापित किया. अपने व्यस्त कार्यक्रमों से समय निकाल कर इस कार्यक्रम में शिरकत करने वाले 400 से अधिक पूर्व विद्यार्थी के प्रति अपनी खुशी जाहिर करते हुए उन्होंने वर्तमान विद्यार्थियों से भी इस गौरवशाली परंपरा को अनवरत निभाने का आह्वान किया.

इस 2 दिवसीय कार्यक्रम की अभूतपूर्व सफलता के लिए अथक प्रयास करने वाले पूर्व छात्र परिषद् के सदस्य और महाविद्यालय के स्टाफ और विद्यार्थियों के प्रति भी उन्होंने धन्यवाद दिया.

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