अनूपपुर : ‘आत्मनिर्भर भारत अभियान’ के तहत युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए शासन की महत्वाकांक्षी प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना है. यह योजना स्वयं का उद्योग स्थापित कर लोगों में नई जीवन जीने की प्रेरणा भी देती है.

अनूपपुर जिले के गांव लतार के बाशिंदे दीपेंद्र प्रसाद तिवारी पिता गजेंद्र प्रसाद तिवारी, जिन का राइस मिल खोलने का सपना था, परंतु आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण वे यह सपना पूरा नहीं कर पा रहे थे.

उन्होंने बताया कि वे रोजगार के लिए दूसरों के यहां छोटीमोटी नौकरी करते थे और अपने परिवार का पालनपोषण करते थे. नौकरी से उन के परिवार की आवश्यकताएं एवं जरूरतें पूरी नहीं हो पाती थीं. वे अत्यंत परेशान रहते थे. तब उन के एक दोस्त ने उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के जनहितकारी योजना प्रधानमंत्री सूक्ष्म खाद्य उद्योग उन्नयन योजना की जानकारी दी और उद्यानिकी विभाग के अधिकारियों से मिल कर योजना का लाभ लेने की सलाह दी.

उस के बाद उन्होंने उद्यानिकी एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के अधिकारियों से संपर्क कर मिनी राइस मिल खोलने के लिए फार्म भरा और उन्हें बैंक द्वारा योजना के माध्यम से 2 लाख रुपए का लोन प्राप्त हुआ. योजना के तहत उन्हें 70,000 रुपए की अनुदान राशि भी मुहैया कराई गई.

उन्होंने बताया कि उन्हीं पैसों से अपना सपना साकार कर मिनी राइस मिल लगाया और अब हर महीने वे 30 से 40 हजार रुपए की आमदनी ले रहे हैं. उन्होंने 3 लोगों को श्रमिक के रूप में रोजगार भी मुहैया कराया है.

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