नई दिल्ली : राष्ट्रीय खाद्य तेल मिशन-औयल पाम के तहत आयोजित मेगा औयल पाम प्लांटेशन ड्राइव के तहत भारत के 15 राज्यों में 12,000 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र में 17 लाख से अधिक औयल पाम पौधे रोपे गए, जिस से 10,000 से अधिक किसान लाभान्वित हुए.

15 जुलाई, 2024 को शुरू किए गए इस अभियान ने देश में औयल पाम की खेती के विस्तार की दिशा में भारत सरकार, राज्य सरकारों और औयल पाम प्रसंस्करण कंपनियों के सामूहिक प्रयासों को प्रदर्शित करते हुए एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल की है. यह अभियान 15 सितंबर, 2024 तक चलेगा. इस में आंध्र प्रदेश, छत्तीसगढ़, गोवा, गुजरात, कर्नाटक, केरल, ओडिशा, तमिलनाडु, तेलंगाना, अरुणाचल प्रदेश, असम, मणिपुर, मिजोरम, नागालैंड और त्रिपुरा सहित कई राज्यों की भागीदारी देखी गई है.

पतंजलि फूड प्राइवेट लिमिटेड, गोदरेज एग्रोवेट और 3एफ औयल पाम लिमिटेड जैसी प्रमुख औयल पाम प्रोसैसिंग कंपनियों के सहयोग से राज्य सरकारों द्वारा आयोजित इस पहल में कई जागरूकता कार्यशालाएं, वृक्षारोपण अभियान और प्रचार कार्यक्रम शामिल हैं. इन गतिविधियों ने सफलतापूर्वक जागरूकता बढ़ाई है और किसान समुदाय को शामिल किया है. इस मिशन को महत्व देने वाले प्रमुख गणमान्य व्यक्तियों और राजनीतिक नेताओं की उपस्थिति से और अधिक समर्थन मिला है.

भारत सरकार द्वारा अगस्त 2021 में शुरू किए गए खाद्य तेलों के लिए राष्ट्रीय मिशन-औयल पाम (एनएमईओ-ओपी) का उद्देश्य व्यवहार्यता मूल्य समर्थन सहित औयल पाम क्षेत्र के विकास के लिए एक मूल्य श्रंखला पारिस्थितिकी तंत्र स्थापित कर के औयल पाम की खेती का विस्तार करना और कच्चे पाम तेल (सीपीओ) के उत्पादन को बढ़ावा देना है. मेगा औयल पाम प्लांटेशन ड्राइव खाद्य तेलों में आत्मनिर्भरता हासिल करने, आयात निर्भरता को कम करने और भारतीय किसानों की आय बढ़ाने के लिए इस व्यापक रणनीति का एक प्रमुख घटक है.

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