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बृहस्पति कुमार पाण्डेय

इंट्रो :

की वर्ड :

बालाघाट : जिले में शिक्षित बेरोजगारों को रोजगार का अवसर दिलाने के लिए जिला खादी ग्रामोद्योग द्वारा एक नई पहल शुरू की गई है, जिस में मधुमक्खी पालन व शहद प्रसंस्करण जैसा कार्य सुनिश्चित किया जा सकता है. हम जानते हैं कि बालाघाट जिले के अधिकांश भूभाग पर वनांच्छादित क्षेत्र उपलब्ध है. ऐसे में यहां मधुमक्खीपालन प्रोजैक्ट सुगमता के साथ संचालित किया जा सकता है. इस के लिए जिला पंचायत द्वारा प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (पीएमईजीपी) योजना के अंतर्गत बैंक से ऋण ले कर मधुमक्खीपालन/शहद प्रसंस्करण की इकाई स्थापित की जा सकती है.

ज्ञात हो कि उत्पादित शहद की बिक्री के लिए मध्य प्रदेश खादी बोर्ड, भोपाल की विन्याश वेली योजना में विक्रय किया जा सकेगा, वहीं योजना में आवश्यकता होने पर शासन द्वारा हितग्राही को मधुमक्खीपालन/शहद प्रसंस्करण के लिए प्रशिक्षण देने का प्रस्ताव प्रेषित किया जा सकेगा.

आवेदक की अर्हताएं
योजना में आवेदन करने के लिए आवेदक/हितग्राही की उम्र 18 वर्ष से 45 वर्ष तक होनी चाहिए. वहीं आवेदक बालाघाट का मूल निवासी होने के अलावा कम से कम 8वीं या 10वीं पास होना चाहिए. आवेदक द्वारा पूर्व में शासन की किसी भी योजना के अंतर्गत अनुदान राशि का लाभ न लिया हो एवं परिवार का कोई भी सदस्य बैंक का ऋणी नहीं होना चाहिए.

इस योजना में किसी भी वर्ग का हितग्राही आवेदन कर सकता है. योजना से संबंधित विस्तृत जानकारी के लिए जिले में पदस्थर प्रभारी प्रबंधक मध्य प्रदेश खादी एवं ग्रामोद्योग बोर्ड जिला पंचायत बालाघाट (9685972679) से प्राप्त की जा सकती है.

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