जयपुर:निदेशक पशुपालन डॉ भवानी सिंह राठौड़ ने शुक्रवार को जयपुर जिले के दादिया पट्टी गांव में भेड़ बकरियों में पीपीआर रोग से बचाव के लिए पीपीआर रोग उन्मूलन टीकाकरण कार्यक्रम का शुभारंभ किया.

इस अवसर पर डॉ राठौड़ ने कहा कि पीपीआर विषाणुजनित एक खतरनाक बीमारी है, जो प्रायः भेड़ और बकरियों में पाई जाती है. यह इतनी खतरनाक बीमारी है कि संक्रमण के एक सप्ताह के भीतर पशु की मौत हो जाती है. इस बीमारी का संक्रमण होने पर पशुओं को तेज बुखार, आंख – नाक से पानी की तरह स्राव और सांस लेने में कठिनाई होने लगती है. इस तरह के लक्षण दिखाई पड़ते ही पशुओं को तुरंत पशु चिकित्सक को दिखाना चाहिए. उन्होंने पशुपालकों से कहा कि टीकाकरण इसकी रोकथाम का प्रमुख उपाय है. इसलिए अपने अपने पशुओं को पीपीआर का टीका जरूर लगवाएं.

आज विश्व पशु कल्याण दिवस के अवसर पर निदेशक पशुपालन ने सभी ग्रामवासियों, पशुपालकों तथा पशुपालन विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों को जीव जंतुओं की रक्षा करने और प्रेम करुणा का भाव रखने की शपथ भी दिलाई.

कार्यक्रम में विभाग के डॉ दिनेश राणा अतिरिक्त निदेशक जयपुर, डॉ हनुमान सहाय जिला संयुक्त निदेशक जयपुर, डॉ तपेश माथुर संयुक्त निदेशक स्वास्थ्य एवं प्रयोगशाला, डॉ राजेश साहनी उपनिदेशक, डॉ दल सिंह मीणा, डॉ रमेश शर्मा, डॉ विनय चौधरी, श्री हनुमान सहाय मीना सरपंच धमस्या, पंचायत समिति आंधी तथा बड़ी संख्या में ग्राम वासी उपस्थित थे.

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