जयपुर : प्रदेश में पीएम कुसुम योजना के तहत फीडर लैवल सोलराइजेशन के काम को गति मिल रही है. इस योजना के माध्यम से राज्य सरकार का वर्ष-2027 तक किसानों को खेतीकिसानी से जुड़े कार्यों के लिए दिन में बिजली देने का लक्ष्य है.
इसी दिशा में योजना के कंपोनेंट-सी के तहत प्रदेश के खैरथलतिजारा एवं कोटपुतलीबहरोड जिले में 5.38 मेगावाट क्षमता के 2 सौर ऊर्जा संयंत्र सोलर पावर जनरेटर हाल ही में स्थापित किए गए हैं और निकटवर्ती ग्रिड से कनैक्ट कर इन से बिजली उत्पादन प्रारंभ कर दिया गया है.
डिस्काम्स चेयरमैन आरती डोगरा ने बताया कि भिवाड़ी सर्किल (खैरथलतिजारा जिले) के जाट बहरोड़ में सोलर पावर जनरेटर मैसर्स सानोली सोलर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 2.74 मेगावाट क्षमता का सोलर प्लांट सितंबर माह के अंतिम सप्ताह में स्थापित कर दिया गया है. इस प्लांट को 33/11 केवी सबस्टेशन से भी कनैक्ट कर दिया गया है. अब इस सबस्टेशन से जुड़े 238 कृषि उपभोक्ताओं को दिन में बिजली की आपूर्ति की जा रही है.
इसी प्रकार कोटपुतलीबहरोड़ जिले के हुडिया जैतपुर में मैसर्स काठूवास सोलर एनर्जी प्राइवेट लिमिटेड द्वारा 2.64 मेगावाट के संयंत्र को पिछले दिनों स्थापित कर 33/11 केवी सबस्टेशन से कनैक्ट कर दिया गया है. इस प्लांट के माध्यम से भी अब इस सबस्टेशन से जुड़े 247 कृषि उपभोक्ताओं को दिन में बिजली आपूर्ति होने लगी है.
आरती डोगरा ने बताया कि जयपुर विद्युत वितरण निगम क्षेत्र में कुसुम-सी योजना के तहत 17.29 मेगावाट क्षमता के 7 सोलर संयंत्र स्थापित किए जा चुके हैं. इन के माध्यम से 1981 किसानों को दिन में बिजली मिल रही है.
उल्लेखनीय है कि सितंबर माह में ही मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने मुख्यमंत्री रोजगार उत्सव के तहत आयोजित कार्यक्रम में पीएम कुसुम-सी योजना के तहत प्रदेश में एकसाथ 608 सोलर प्लांटों का शिलान्यास किया था. इन प्लांटों के जरीए 5 हजार, 254 करोड़ रुपए का निवेश और 1501 मेगावाट बिजली उत्पादन हो सकेगा. साथ ही, किसानों को कृषि कार्य के लिए दिन में बिजली का लक्ष्य भी साकार हो सकेगा.