भारतीय कृषि अनुसंधान संस्थान, नई दिल्ली (पूसा संस्थान) द्वारा 17 मई, 2023 को गांव लालगढ़ी, ब्लौक टप्पल, तहसील खैर, अलीगढ़ में अनुसूचित जाति उपयोजना के अंतर्गत एकदिवसीय “धान की उन्नत खेती – कृषक प्रशिक्षण एवं वितरण कार्यक्रम” का आयोजन किया गया.

इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में संस्थान की तरफ से वैज्ञानिकों के एक दल ने भाग लिया, जिन में संयुक्त निदेशक (प्रसार) डा. आरएन पडारिया मुख्य अतिथि थे. भाग लेने वाले अन्य वैज्ञानिकों में डा. जेपीएस डबास, प्रभारी, कैटेट, डा. संदीप लाल, नोडल अधिकारी, उपयोजना, डा. दिनेश कुमार, प्रधान वैज्ञानिक, सस्य विज्ञान, डा. शिव कुमार यादव, प्रधान वैज्ञानिक, बीज विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, डा. पीके सिंह, अध्यक्ष, पौध अन्वेषण एवं जर्मप्लाज्म संग्रह विभाग, एनबीपीजीआर, डा. आंचल दास, प्रधान वैज्ञानिक, सस्य विज्ञान संभाग, डा. श्रवण सिंह, वरिष्ठ वैज्ञानिक, सब्जी विज्ञान तथा डा. नफीस अहमद, प्रधान वैज्ञानिक, कैटेट थे.

इस अवसर पर बोलते हुए संयुक्त निदेशक (प्रसार) डा. आरएन पडारिया ने किसानों को संस्थान द्वारा चलाई जा रही योजनाओं का अधिक से अधिक लाभ लेने और उन्नत कृषि तकनीकी को अपनाने पर बल दिया. साथ ही, उपयोजना के नोडल अधिकारी डा. संदीप लाल ने इस उपयोजना के बारे में विस्तृत जानकारी दी और इस के दिशानिर्देशों का पालन करने पर जोर दिया.

संस्थान के वैज्ञानिकों ने किसानों को धान की वैज्ञानिक खेती के बारे में जागरूक किया. इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में धान की खेती से जुड़े सभी पहलुओं जैसे नर्सरी पौध तैयार करना, उन्नत किस्में, रोग एवं कीट प्रबंधन, पोषक तत्व एवं सिंचाई प्रबंधन इत्यादि के बारे में जानकारी दी गई. धान की सीधी बोआई तकनीकी को अपनाने पर विशेष रूप से जोर दिया गया. वैज्ञानिकों ने सब्जी उत्पादन तकनीकी, संरक्षित खेती इत्यादि से अधिक से अधिक लाभ कमाने के गुर सिखाए.

इस अवसर पर निकटवर्ती पंचायतों से 16 ग्राम प्रधान भी कार्यक्रम की उपस्थित रहे, जिन में प्रमुख रूप से लालगढ़ी प्रधान कृपाल सिंह भी शामिल थे. इस अवसर पर अनुसूचित जाति के किसानों की उपयोजना के तहत धान की उन्नत किस्मों के बीज वितरित किए गए. अंत में धन्यवाद प्रस्ताव के साथ कार्यक्रम का समापन हुआ.

अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें...