नई दिल्ली : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने नई दिल्ली में राष्ट्रीय सहकारी विकास निगम (NCDC) की 91वीं आम परिषद की बैठक को संबोधित किया. अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार सहकारिता क्षेत्र के माध्यम से करोड़ों किसानों के जीवनस्तर को बेहतर बनाने के प्रति कटिबद्ध है.
उन्होंने आगे यह भी कहा कि सरकार सहकारिता आंदोलन के माध्यम से देश के नागरिकों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए प्रतिबद्ध है. मोदी सरकार सहकारिता के माध्यम से देश को आत्मनिर्भर बनाने का काम कर रही है और इस दिशा में एनसीडीसी (NCDC) की अहम भूमिका है.
केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने सहकारी आंदोलन में एनसीडीसी (NCDC) के योगदान की सराहना की और लाखों सहकारी समितियों के जीवन को बदलने में इस की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया. उन्होंने कहा कि एनसीडीसी (NCDC) की सफलता न केवल इस के 60,000 करोड़ रुपए के संवितरण से परिलक्षित होती है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था और सहकारी क्षेत्र पर सकारात्मक प्रभाव डालने की इस की क्षमता से भी परिलक्षित होती है.
श्वेत क्रांति 2.0 के महत्व पर जोर देते हुए अमित शाह ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में दुग्ध सहकारी संघों को बढ़ावा देने पर विशेष ध्यान दिया जाना चाहिए. उन्होंने दूध उत्पादक संघों की स्थापना के लिए एनडीडीबी (NDDB) और एनसीडीसी (NCDC) के बीच सहयोग की आवश्यकता पर ज़ोर दिया.
उन्होंने कहा कि इन संगठनों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए मिल कर काम करना चाहिए, जिस में दूध उत्पादन के शुरुआती चरण की देखरेख एनडीडीबी (NDDB) द्वारा की जाए. उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल श्वेत क्रांति को आगे बढ़ाएगी, बल्कि आदिवासी समुदायों और महिलाओं को सशक्त बनाने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि एक एप आधारित कैब कोआपरेटिव सोसाइटी सेवा स्थापित करनी चाहिए, जिस से लाभ सीधे ड्राइवरों तक पहुंचाना सुनिश्चित किया जा सकेगा. उन्होंने सहकारी समितियों को एकीकृत करने में राष्ट्रीय सहकारी डेटाबेस की महत्वपूर्ण भूमिका पर भी जोर दिया और प्राथमिक कृषि ऋण समितियों (PACS) को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया.
केंद्रीय सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि एनसीडीसी (NCDC) और सहकारिता मंत्रालय इन प्रयासों को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे.
मंत्री अमित शाह ने चीनी मिलों की वित्तीय क्षमता को बढ़ाने के उद्देश्य से एक व्यापक पंचवर्षीय योजना तैयार करने का भी सुझाव दिया, जिस का लक्ष्य उन की फंडिंग को बढ़ा कर 25,000 करोड़ रुपए करना है. इस पहल से चीनी उद्योग के विकास और स्थिरता को बढ़ाने, बेहतर वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने और क्षेत्र के दीर्घकालिक विकास को समर्थन मिलेगा. उन्होंने ओडिशा, आंध्र प्रदेश और केरल जैसे तटीय राज्यों में गहरे समुद्र में ट्रौलर की संभावना तलाशने को भी कहा.
केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने कहा कि सहकारिता मंत्रालय ने कार्यान्वयन एजेंसी के रूप में एनसीडीसी (NCDC) के साथ सहकारी इंटर्न योजना शुरू की है. इस योजना का उद्देश्य राज्य और जिला सहकारी बैंकों को केंद्र सरकार की योजनाओं के साथ तालमेल बिठाने और पैक्स (PACS) को मजबूत बनाने में मदद करना है. सहकारी इंटर्न योजना प्रतिभागियों को अमूल्य व्यावहारिक अनुभव प्राप्त करने में मदद करेगी और उन्हें सहकारिता के सिद्धांतों को आगे बढ़ाने और ग्रामीण समुदायों के विकास का समर्थन करने के लिए तैयार करेगी.
मंत्री अमित शाह ने देशभर में सहकारिता क्षेत्र को और मजबूत करने के लिए एक सहकारी विश्वविद्यालय की स्थापना करने का आह्वान किया और सहकारिता के लिए क्षमता विकास कार्यक्रम के महत्व को रेखांकित किया, जिस से ‘सहकार से समृद्धि’ के विजन को आगे बढ़ाने में मदद मिलेगी.