जयपुर : कोटा जिला प्रशासन एवं कृषि विभाग के संयुक्त तत्वावधान में कृषि एवं कृषि से संबंधित विभागों की विभिन्न लोक हितकारी योजनाएं, नवीन अनुसंधानों और कृषि विभाग के नूतन आयामों को किसानों एवं हितकारकों के मध्य लोकप्रिय बनाने के लिए पिछले दिनों कृषि उपज मंडी, सांगोद में ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर के मुख्य आतिथ्य में किसान मेले का आयोजन किया गया.

ऊर्जा मंत्री हीरालाल नागर ने उपस्थित किसानों एवं हितधारकों को अधिक रासायनिक उर्वरकों के उपयोग को कम करने, प्रचलित आधुनिक तकनीक जैसे नैनो यूरिया एवं नैनो डीएपी के उपयोग को बढ़ाने, कृषि विभाग की नवीनतम तकनीक अपनाने के लिए भी प्रेरित किया.

उन्होंने किसानों का आव्हान किया कि वे अधिक उपज देने वाली किस्मों को बढ़ावा दें एवं जल बचत के लिए फव्वारा सिंचाई विधि व बूंदबूंद सिंचाई विधि को अपनाएं. साथ ही, जिले की प्रमुख फसलों प्रमुखतया सोयाबीन, लहसुन, चना आदि पर नवीनतम अनुसंधान एवं तकनीक को किसानों को अधिक से अधिक पहुंचाने के लिए कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया.

मंत्री हीरालाल नागर ने आगामी 2 सालों में किसानों को दिन के समय 6 घंटे बिजली उपलब्ध करवाने का आश्वासन दिया. साथ ही, सोलर ऊर्जा को अधिक से अधिक प्रोत्साहित करने एवं उपयोग करने के लिए निर्देशित किया.

संयुक्त निदेशक, कृषि विस्तार रवींद्र कुमार जैन ने बताया कि मेले में कृषि, उद्यान, पशुपालन, डेयरी, सहकारिता विभाग, कृषि विश्वविद्यालय, कोटा, कृषि विज्ञान केंद्र, बोरखेड़ा, कोटा, नीबू उत्कृष्टता केंद्र, नान्ता फार्म, कोटा, राजीविका विभाग, नाबार्ड एवं एलडीएम, कृषि विपणन विभाग, राजस्थान बीज निगम, कोटा, राष्ट्रीय बीज निगम, इफको, कृभको, रामशांताय जैवी कृषि अनुसंधान केंद्र, जाखोड़ा, कोटा एवं चंबल फर्टिलाइजर एंड कैमिकल लिमिटिड, गढ़ेपान, कोटा द्वारा विभागीय योजनाओं, कृषि नवाचार एवं संस्थानिक योजनाओं की जानकारी दी गई.

साथ ही, शरणागति एफपीओ की निदेशक दुर्गेश कुमारी द्वारा ड्रोन के माध्यम से छिडकाव का लाइव प्रदर्शन किया गया.  उद्यान विभाग एवं सौर ऊर्जा निर्माता कंपनी के संयुक्त तत्वावधान में सोलर ऊर्जा का लाइव प्रदर्शन किया गया. राजीविका के स्वयं सहायता समूह को 1.34 करोड़ रुपए का चेक दिया गया.

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