सर्दी में जहां तापमान (temperature) घटना चाहिए, वहां अप्रत्याशित रूप से बढ़ोतरी का असर फसलों की बढ़वार और पैदावार पर होने की संभावना बढ़ गई है. पिछले दिनों से हर दिन बढ़ते तापमान (temperature) को ले कर अब कृषि विशेषज्ञ भी रबी की फसलों में 10 फीसदी तक की गिरावट मानने लगे हैं. पिछले एक सप्ताह से हर दिन बढ़ रहे तापमान (temperature) और बढ़ती गरमी का असर रबी की फसलों पर होने की संभावना बढ़ गई है.

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, रात के समय फसलों में श्वसन की रफ्तार बढ़ जाती है. रबी की फसलों में 5 से 6 डिगरी सैल्सियस रात का तापमान तापमान (temperature) फायदेमंद रहता है, लेकिन पिछले दिनों से यह तापमान 6 से 10 डिगरी बना हुआ है. रात में जरूरत से दोगुना अधिक दर्ज हो रहा तापमान फसलों के लिए नुकसानदायक होता है.

रबी फसलों की बोआई अधितकर अक्टूबरनवंबर माह में होती है. ऐसे में देर से दिसंबरजनवरी माह में बोआई करने वाले किसानों को ज्यादा नुकसान होगा. यह ग्लोबल वार्मिंग का प्रभाव है. मौसम आगे खिसका है, उतारचढ़ाव ज्यादा हो गया है.

तापमान बढ़ने से गेहूं फसल में बाद में आने वाले फूल अचानक आ आते हैं. अभी तना भरपूर विकसित नहीं हुआ है, ऐसे में फसलों का विकास प्रभावित होगा. जो तापमान बोआई के 2 महीने बाद की जरूरत वाला तापमान अभी मिलने से यह नुकसान संभव है.

एक डिगरी तापमान बढ़ने से फसलों में 10 फीसदी पानी की जरूरत बढ़ जाती है. लगातार एक हफ्ते तक तापमान में बढ़ोतरी का असर फसलों के लिए काफी होता है. दिन और रात के तापमान का फसलों पर अलगअलग प्रभाव होता है. रात में श्वसन की रफ्तार बढ़ जाती है. उस के लिए न्यूनतम तापमान 5 से 6 डिगरी होना चाहिए.

वर्तमान में तापमान 9 से 12 डिगरी सैल्सियस रिकौर्ड किया जा रहा है. दिन का तापमान 20-25 डिगरी सैल्सियस होना चाहिए, जो 27-28 दर्ज हो रहा है. तापमान बढ़ने से चना जल्दी पक जाएगा. चने की फसल के लिए जड़ों का गहराई तक जाना जरूरी होता है. तापमान में पानी की जरूरत होगी, जो फसल के लिए नुकसानदायक है. इस के अलावा मटर की फसलों को भी नुकसान होगा.

गेहूं की अच्छी बढ़वार और उपज में तापमान की भूमिका प्रमुख होती है. गेहूं में दाना भरने के समय 30 डिगरी सैल्सियस से ऊपर का तापमान फसल को प्रभावित करता है. बदलते जलवायु परिवर्तन से आने वाले सालों में 20 फीसदी उत्पादन में कमी की आशंका है. वहीं सरसों की फसल में तापमान बढ़ने से पैदावार में 10-15 फीसदी की गिरावट संभव है.

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