Indian Sweets : लाजवाब घेवर कभी राजस्थान के जयपुर और जोधपुर जैसे शहरों में ही बिकता था. राजस्थान के बाद यह दिल्ली के मिठाई बाजार में छा गया. दिल्ली और राजस्थान के बाद घेवर मुंबई, लखनऊ और आगरा सहित कई बाजारों में छा गया है. घेवर की सब से ज्यादा खपत जून से ले कर सितंबर तक होती है. इस दौरान यह रक्षाबंधन और दूसरे त्योहारों में खूब बिकता है. आज के समय में घेवर हर शहर की मिठाई की दुकानों में मिलने लगा है. यह छोटे और बडे़ हर आकार में मिलता है. इस की कीमत तोल के हिसाब से तय होती है. यह 300 रुपए से ले कर600 रुपए प्रति किलोग्राम तक में बिकता है. यह कई तरह के स्वाद वाला भी होता है.
जून से ले कर सितंबर के बीच इसे बना कर बेचना दुकानदारों के लिए बेहतर होता है. जुलाई से सितंबर के बीच इस की खपत बढ़ने से कई बार यह दुकानों पर कम पड़ जाता है. इस की लागत और बिक्री के बीच का अंतर काफी ज्यादा होता है, जिस से इसे बेचने में काफी मुनाफा होता है. दुकानदार कहते हैं कि घेवर में 20 से 30 फीसदी का मुनाफा हो जाता है.
लखनऊ में मधुरिमा स्वीट्स के हर्षल गुप्ता कहते हैं, ‘राजस्थानी घेवर मैदे से बनने वाली मिठाई है. यह देखने में मधुमक्खी के छत्ते जैसी लगती है. अब घेवर कई तरह से बनने लगा है. सादे घेवर के अलावा पनीर घेवर, केसरिया घेवर व मलाई घेवर भी बनने लगे हैं. घेवर का स्पंजी, क्रिस्प और मिठासभरा स्वाद लोगों को लुभाने लगा है. त्योहारों में लोग अपने नातेरिश्तेदारों को घेवर उपहार में देने लगे हैं. अब कोरियर से भी इसे भेजनेकी सुविधा है.
तरहतरह के घेवर
ट्रेडीशनल मिठाइयों को बनाने में खास चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, जिस से वे स्वादिष्ठ बनती हैं. घेवर को बनाने के लिए कोयले की भट्ठी और लोहांडे का इस्तेमाल किया जाता है. लोहांडे घेवर बनाने की एक खास किस्म की कढ़ाई होती है. इस में बहुत ही कम आंच पर घेवर तैयार किया जाता है. घेवर बनाने के लिए मैदा, चीनी, दूध और देशी घी का इस्तेमाल किया जाता है. इस के अलावा पनीर घेवर, केसरिया घेवर व मलाई घेवर को तैयार करने के लिए पनीर, केसर और मलाई का इस्तेमाल किया जाता है.
घेवर को उपहार में देने के लिए उस की खास पैकिंग गोलगोल डब्बों में की जाती है. घेवर के लिए खास डब्बे तैयार किए जाते हैं. हम घेवर कहीं भी भेज सकते हैं. सादा घेवर 15 दिनों तक चल जाता है, इसलिए कोरियर से इसे भेजा जा सकता है. पनीर और मलाई घेवर को 24 घंटे के अंदर इस्तेमाल कर लेना चाहिए, इसी वजह से इन्हें कोरियर से भेजना मुश्किल हो जाता है.
ऐसे तैयार करें घेवर
सामग्री : 3 कप मैदा, 3-4 आइस क्यूब, आधा कप दूध, चौथाई चम्मच पीला रंग, 1 किलोग्राम घी, आधा कप चीनी, 1 कप पानी और सजाने के लिए 1 चम्मच इलायची पाउडर, 100 ग्राम बादाम पिसा हुआ, 4 चम्मच पिस्ता, आधा चम्मच दूध में भीगा हुआ केसर व सिल्वर वाइल.
बनाने की विधि: घेवर बनाने के लिए चीनी और पानी मिला कर उस का सीरप तैयार करें. फिर एक बड़े कटोरे में मैदा लें. उस में थोड़ा सा घी, दूध और आइसक्यूब डाल कर चिकना घोल बना लें. थोड़े पानी में पीला रंग डाल कर मैदे में मिलाएं. घेवर बनाने के लिए एक खास आकार के बरतन की जरूरत होती है. यह लोहे या स्टील का हो सकता है. इस बरतन का आकार सिलेंडर जैसा होता है. यह करीब 12 इंच ऊंचा और 5 इंच चौड़ा होता है. इस बरतन के आधे हिस्से तक घी डालें और उसे गरम करें. जब घी गरम हो जाए तो उस में करीब 50 मिलीलीटर मैदे वाला तैयार घोल डालें. इस के बीच में छेद बना लें.
घोल डालने के बाद थोड़ा समय लगता है. इस के बाद यह नीचे बैठ जाता है. फिर से गिलास भर कर घोल डालें. इसे पकने दें. मध्यम आंच में पक कर यह भूरा दिखने लगेगा. अब लोहे की कलछुल को घेवर के बीच वाले हिस्से में डाल कर बाहर निकाल लें. बचा हुआ घी बाहर निकल जाने दें. अब इस में चीनी का सीरप डाल दें. बचा हुआ सीरप निकल जाएगा. घेवर के ठंडा होने पर उस में केसर वाला दूध डालें. बादाम, पिस्ता और इलायची का पाउडर डाल कर इसे सजाएं. ऊपर से सिल्वर वाइल लगा दें. अब यह खाने के लिए तैयार है. पनीर, मलाई और दूसरी किस्मों का घेवर तैयार करते समय इन चीजों का इस्तेमाल किया जाता है.