महिलाओं को अपने व अपने परिवार के सदस्यों के शरीर को चुस्तदुरुस्त रखने के लिए उचित पोषण व संतुलित आहार लेना बहुत जरूरी है. इस से आप में मजबूत प्रतिरक्षा प्रणाली बनती है और आप को सेहतमंद रखती है.
इस वजह से आप को गंभीर बीमारियों व संक्रामक रोगों से पीडि़त होने का कम जोखिम होता है, इसलिए आप को अपने शरीर को आवश्यक प्रोटीन, कार्बोज, वसा, विटामिन, खनिज, आहार फाइबर और प्रतिऔक्सीकारक (एंटीऔक्सिडैंट) प्राप्त करने के लिए रोजाना कई तरह के ताजा और मौसमी खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए.
इस के अलावा खूब पानी पिएं, जिस से शरीर में उचित पोषण और पानी की उचित मात्रा बनी रहे. चीनी, वसा और नमक का इस्तेमाल कम करने से ज्यादा वजन, मोटापा, हृदय रोग, स्ट्रोक, मधुमेह और कुछ प्रकार के कैंसर होने का खतरा कम रहता है. अच्छे पोषण के लिए इन सावधानियों को ध्यान में रखें :
* शीतल पेय, सोडा व अन्य बाजारू पेय के सेवन को न लें, जैसे पैकेट वाले फलों के रस, सुगंधित दूध या दही आदि.
* ताजा व मौसमी फलों व सब्जियों का सेवन ज्यादा अच्छा है. ताजा फलों व सब्जियों, दाल, बींस और साबुत अनाज का उपयोग करें.
* सब्जियों को ज्यादा न पकाएं, वरना जरूरी विटामिन नष्ट हो जाएंगे.
* जहां तक मुमकिन हो, कम वसा वाले खाद्य पदार्थ का सेवन करें.
* औद्योगिक रूप से उत्पादित ट्रांस वसा सामग्रियों से बचें. जैसे प्रोसैस्ड फूड, फास्ट फूड, स्नैक फूड, तला हुआ भोजन, पिज्जा, कुकीज, बिसकुट आदि.
* सुबह चाय की स्थान पर तुलसी, गिलोय, सहजन व हरशृंगार की पत्तियां डाल कर काढ़ा बना लें. उस में अपने स्वादानुसार गुड़, नीबू, सेंधा नमक मिलाएं या फीकी चाय पीने की आदत डालें. यह आप के शरीर की अम्लता को कम करेगी. आप को अपनेआप में फर्क नजर आने लगेगा.
* खड़ी मूंग, चना, मूंगफली, गेहूं आदि को भिगो कर अंकुरित कर लें और उस में लहसुन, प्याज, अदरक, गाजर, खीरा, टमाटर, मिर्च वगैरह काट कर नमक, नीबू मिला कर पौष्टिक नाश्ता खाएं व खिलाएं.
* जितना ज्यादा अंकुरण होगा, उतना ही ज्यादा पोषण मिलेगा. आप इसे कच्चा भी खा सकते हैं व प्याज, टमाटर व अन्य सब्जियां डाल कर हलका सा पका कर सब को खिला सकते हैं. बच्चे भी इसे चाव से खा सकते हैं.