स्वस्थ एवं रोग व कीट से मुक्त धान की नर्सरी ही अधिक व गुणवत्तापूर्ण धान के उत्पादन का आधार होता है. नर्सरी स्वस्थ होनी चाहिए. खेतों की मेंड़ों को रोपाई से पहले साफसुथरा कर लेना चाहिए, जिस से कीट नहीं पनपते हैं.
सवाल : धान की रोपाई कब तक कर लेना उचित होता है?
जवाब : धान की रोपाई जुलाई माह के मध्य तक अवश्य कर लें. उस के बाद उपज में कमी निरंतर होने लगती है. यह कमी 30 से 40 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर में प्रतिदिन होती है.
सवाल : धान की कितने दिन की नर्सरी लगाना ज्यादा अच्छा रहता है?
जवाब : धान की 21 से 25 दिन की नर्सरी रोपाई के लिए सब से उपयुक्त होती है.
सवाल : धान की रोपाई की उचित दूरी क्या होनी चाहिए?
जवाब : साधारण उर्वरा भूमि में पंक्तियों एवं पौधों की दूरी 20 × 10 सैंटीमीटर उर्वरा भूमि में 20× 15 सैंटीमीटर रखें. पौधों की रोपाई 3 से 4 सैंटीमीटर से अधिक गहराई पर नहीं करनी चाहिए, अन्यथा कल्ले कम निकलते हैं और उपज में कमी होती है. एक स्थान पर 2 से 3 पौधे लगाएं. अगर वर्षा देर से हो रही है या फिर रोपाई में देरी होने के कारण एक स्थान पर 3 से 4 पौधे लगाना उचित होगा.
ध्यान रहे कि समय से रोपाई पर प्रति वर्गमीटर क्षेत्रफल में 50 हिल अवश्य होना चाहिए. ऊसर और देर से रोपाई की स्थिति में 65 से 70 हिल प्रति वर्गमीटर क्षेत्रफल में होना चाहिए.
रोपाई के बाद जो पौधे मर जाएं, उन के स्थान पर दूसरे पौधों को तुरंत लगा दें. अच्छी उपज के लिए प्रति वर्गमीटर क्षेत्रफल में 250 से 350 बालियों की संख्या होनी चाहिए.
सवाल : धान की नर्सरी बड़ी होने पर किन बातों का ध्यान रखना चाहिए?
जवाब : धान की नर्सरी बड़ी हो जाने पर और देर से रोपाई की स्थिति में पौधों की चोटी चार अंगुल ऊपर से काट कर रोपाई करनी चाहिए, जिस से नर्सरी में दिए हुए कीटों के अंडे नष्ट हो जाएंगे और एक स्थान पर 3-4 पौधे लगाने चाहिए.
– प्रो. रवि प्रकाश मौर्य, (सेवानिवृत्त वरिष्ठ कृषि वैज्ञानिक एवं अध्यक्ष), निदेशक प्रसार्ड ट्रस्ट, मल्हनी, भाटपार रानी, देवरिया-274702 (उ.प्र.)