नई दिल्ली : 30 जुलाई, 2023. केंद्रीय पत्तन, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने राजभाषा शील्ड एवं मौलिक पुस्तक योजना के तहत वरिष्ठ पत्रकार और लेखक अरविंद कुमार सिंह को उन की पुस्तक ‘भारत में जल परिवहन’ के लिए सम्मानित किया गया है.
विज्ञान भवन में आयोजित मंत्रालय की हिंदी सलाहकार समिति की बैठक में यह पुरस्कार दिया गया. इस समारोह में कई सांसद, मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारी और सभी बंदरगाहों के प्रमुख अधिकारी मौजूद थे. उन की लिखी पुस्तक ‘भारत में जल परिवहन’ भारत में नौवहन के गौरवशाली अतीत के साथ मौजूदा परिदृश्य में भविष्य की संभावनाओं की पड़ताल करती है.
इस पुस्तक का प्रकाशन नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया ने किया है. सदियों तक जल परिवहन हमारे सामाजिक और आर्थिक विकास में मददगार रहा. ताकतवर जलमार्गों के तट पर वैभवशाली नगर बसे.
लेखक अरविंद कुमार सिंह का मानना है कि आज भी देश में कई इलाकों में लाखों लोगों की जरूरतें जल परिवहन से पूरी होती हैं. धीमी गति के बाद भी यह गरीबों के लिए जीवनरेखा बना हुआ है और आपदाओं के दौरान देशी नौकाएं तक सब से अधिक काम आती हैं.
उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में 7 अप्रैल, 1965 को जनमे अरविंद कुमार सिंह हिंदी के प्रतिष्ठित पत्रकार और लेखक हैं. इलाहाबाद विश्वविद्यालय से ऊंची तालीम हासिल करने के बाद पिछले साढ़े 3 दशकों से वे पत्रकारिता और लेखन से जुड़े हैं. ‘जनसत्ता दैनिक’ से अपना कैरियर शुरू करने वाले अरविंद कुमार सिंह ने ‘अमर उजाला’, ‘जनसत्ता एक्सप्रेस’, ‘हरिभूमि’ समेत कई अखबारों को अपनी सेवाएं दीं और 3 सालों तक रेल मंत्रालय में सलाहकार भी रहे. एक दशक तक राज्यसभा टीवी में संसदीय मामलों के संपादक के तौर पर काम किया. राज्यसभा की मीडिया सलाहकार समिति के अलावा वे कई विश्वविद्यालयों के बोर्ड औफ स्टडीज के सदस्य भी रहे हैं.
अरविंद कुमार सिंह पीएम युवा कार्यक्रम के मेंटर भी रहे हैं. विभिन्न पत्रपत्रिकाओं में उन की 600 से भी अधिक रचनाएं प्रकाशित हुई हैं. अरविंद कुमार सिंह दिल्ली प्रैस पत्रिका समूह से भी जुड़े रहे हैं, उन के अनेक लेख ‘फार्म एन फूड’ पत्रिका में भी प्रकाशित हुए हैं. आकाशवाणी और टीवी चैनलों पर 400 से अधिक कार्यक्रम प्रसारित हुए हैं.
अरविंद कुमार सिंह संचार, परिवहन क्षेत्र और ग्रामीण समाज के अध्येता हैं.
अरविंद कुमार सिंह कई पुस्तकों के लेखक हैं. नेशनल बुक ट्रस्ट, इंडिया द्वारा प्रकाशित उन की पुस्तक ‘भारतीय डाक हिंदी’ अंगरेजी, उर्दू और असमिया भाषा में प्रकाशित हुई है. डाक टिकटों में भारत दर्शन पुस्तक के अलावा उन्होंने ‘भारतीय महिला कृषक’ नामक पुस्तक का हिंदी अनुवाद भी किया है. एनसीईआरटी के पाठ्यक्रम और कई राज्यों में पाठ्यक्रम में उन की रचनाएं शामिल हैं.
अरविंद कुमार सिंह को भारत सरकार के साक्षरता पुरस्कार, गणेश शंकर विद्यार्थी पत्रकारिता पुरस्कार, हिंदी अकादमी, दिल्ली द्वारा साहित्यकार सम्मान (पत्रकारिता), चौधरी चरण सिंह कृषि पत्रकारिता पुरस्कार, इफको हिंदी सेवी सम्मान, शिक्षा पुरस्कार 2009, भारतीय प्रैस परिषद के ग्रामीण पत्रकारिता में उत्कृष्टता पुरस्कार, महेश सृजन सम्मान के अलावा राष्ट्रमंडल संसदीय संघ की ओर से सम्मानित किया जा चुका है.