नई दिल्ली : प्याज की बढ़ती कीमतों को स्थिर करने के लिए सरकार ने एक अभूतपूर्व कदम उठाते हुए 3 लाख मीट्रिक टन के प्रारंभिक खरीद लक्ष्य को प्राप्त करने के बाद इस वर्ष प्याज बफर की मात्रा को बढ़ा कर 5 लाख मीट्रिक टन कर दिया है.

इस संबंध में, उपभोक्ता मामलों के विभाग ने भारतीय राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (एनसीसीएफ) और भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ (एनएएफईडी) को प्रमुख उपभोग केंद्रों में खरीदे गए स्टाक के निबटान के साथसाथ अतिरिक्त खरीद लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए प्रत्येक को एक लाख टन की खरीद करने का निर्देश दिया है. इस से बफर के प्याज का निबटान शुरू हो गया है, जो राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के प्रमुख बाजारों को लक्षित करता है, जहां खुदरा कीमतें अखिल भारतीय औसत से अधिक हैं और/या पिछले महीने की तुलना में काफी अधिक हैं. बफर से लगभग 1,400 मीट्रिक टन प्याज लक्षित बाजारों में भेजा गया है और उपलब्धता बढ़ाने के लिए इसे लगातार जारी किया जा रहा है.

Onionप्रमुख बाजारों में प्याज की आपूर्ति करने के अलावा बफर से प्याज एनसीसीएफ की खुदरा दुकानों और मोबाइल वैन के माध्यम से खुदरा उपभोक्ताओं को 25 रुपए प्रति किलोग्राम की रियायती दर पर भी उपलब्ध कराया जाएगा. आने वाले दिनों में अन्य संस्‍थाओं और ईकौमर्स मंचों को शामिल कर के प्याज की खुदरा बिक्री को उपयुक्त रूप से बढ़ाया जाएगा.

बफर के लिए खरीद, लक्षित स्टाक जारी करने और निर्यात शुल्क लगाने जैसे सरकार द्वारा किए गए बहुआयामी उपायों से किसानों के लिए लाभकारी मूल्य सुनिश्चित कर के किसानों और उपभोक्ताओं को लाभ मिलेगा और उपभोक्ताओं को वहनीय मूल्यों पर निरंतर उपलब्धता सुनिश्चित होगी.

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