गंगापुर सिटी : केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह ने राजस्थान के गंगापुर सिटी में सहकार किसान सम्मेलन को संबोधित किया. इस अवसर पर लोकसभा के अध्यक्ष ओम बिड़ला और इफको के अध्यक्ष दिलीप संघानी सहित तमाम व्यक्ति उपस्थित थे.
अपने संबोधन में अमित शाह ने कहा कि देश के किसानों की दशकों पुरानी मांग को पूरा करते हुए देश में अलग सहकारिता मंत्रालय का गठन किया है.
सहकारिता मंत्री अमित शाह ने यह भी कहा कि केंद्र की सरकार ने देशभर के किसानों के हित के लिए कई योजनाएं चलाई हैं. ऐसी ही एक योजना में हर किसान को 6,000 रुपए दिए जा रहे हैं. इस के अलावा कई सारे कृषि ऋण और फसल बीमा के काम भी किए हैं.
उन्होंने आगे कहा कि पिछली सरकार के समय कृषि का बजट 22,000 करोड़ रुपए था, जिसे 6 गुना बढ़ा कर 1,25,000 करोड़ रुपए कर दिया है.
साथ ही, उन्होंने यह भी कहा कि पहले किसानों को 7 लाख करोड़ रुपए का ऋण दिया गया था, जिसे बढ़ा कर 20 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचा दिया है.
मंत्री अमित शाह ने कहा कि देश में खाद्यान्न उत्पादन 265 मिलियन टन था, जो अब बढ़ कर 323 मिलियन टन तक पहुंच गया है. गेहूं की खरीदी 251 लाख मीट्रिक टन थी, जिसे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बढ़ा कर 433 लाख मीट्रिक टन कर दिया है. इस के साथ ही गेहूं की एमएसपी 1,400 रुपए से बढ़ा कर 2,100 रुपए करने का काम सरकार ने किया है. वहीं सरसों की एमएसपी 3,050 रुपए थी, इसे बढ़ा कर 5,400 रुपए करने का काम मोदी सरकार ने किया है.
अमित शाह ने कहा कि देश में प्राइमरी एग्रीकल्चर क्रेडिट सोसायटी यानी पीएसीएस को मजबूत करने के लिए 20 से अधिक योजनाएं चल रही हैं.
उन्होंने आगे कहा कि आज इफको 3,500 से ज्यादा सहकारी सोसाइटियों के माध्यम से देश में सहकारिता को मजबूत बनाने का काम कर रहा है.
उन्होंने यह भी कहा कि देश में 2 लाख नए पैक्स बना कर हर पंचायत में पैक्स को पहुंचाया जाएगा.
सहकारिता मंत्री अमित शाह ने यह भी कहा कि किसानों को अच्छा बीज मिले, वे अपनी उपज का निर्यात कर सकें और प्राकृतिक खेती करने वाले किसान आगे बढ़ सकें, इस के लिए 3 नई कोऔपरेटिव सोसाइटियों की स्थापना की है.
उन्होंने आगे कहा कि देशभर के किसानों के बैंक खातों में डीबीटी के माध्यम से 6,000 रुपए भेज कर एक सरकार ने किसान मित्र का काम किया है.