लखनऊ: उत्तर प्रदेश के पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने प्रदेश के कतिपय जनपदों में पशुओं के लंपी रोग से प्रभावित होने पर रोग के प्रभावी नियंत्रण एवं बचाव के लिए टीम-09 का पुनः गठन करते हुए 5 सितंबर से 12 सितंबर तक पूरे प्रदेश में वृहद रूप से अभियान चलाने के निर्देश दिए हैं.
उन्होंने आगे यह भी कहा है कि लंपी रोग से प्रभावित क्षेत्रों में वैक्सीनेशन प्लान बना कर वैक्सीन लगाई जाए और पशुधन हानि न होने पाए.
मंत्री हुए नाराज अधिकारियों को किया निर्देशित
पशुपालन मंत्री धर्मपाल सिंह ने अपर मुख्य सचिव डा. रजनीश दुबे को अधिकारियों द्वारा लंपी मामलों में लापरवाही पर जवाबदेही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए.
पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने पिछले दिनों विधानभवन स्थित अपने कार्यालय कक्ष में लंपी रोग के बचाव एवं नियंत्रण के संबंध में उच्च स्तरीय बैठक की.
उन्होंने नाराजगी व्यक्त करते हुए विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया और कहा कि निर्धारित अवधि में लंपी प्रभावित क्षेत्रों में सभी जरूरी व्यवस्थाएं अनिवार्य रूप से सुनिश्चित की जाए, अन्यथा उन के विरुद्ध कठोर कार्यवाही की जाएगी.
उन्होंने इस संबंध में कुशीनगर, महराजगंज और झांसी के मुख्य पशु चिकित्साधिकारी से स्पष्टीकरण लिए जाने के लिए आदेश भी दिए हैं.
उन्होंने मुख्यालय के संयुक्त निदेशक, ईपीडी एमआई खान को एक सप्ताह के भीतर कार्यप्रणाली में सुधार लाने के भी सख्त निर्देश दिए.
पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि अभी तक 39 जनपदों में 711 पशु लंपी रोग से प्रभावित हुए हैं और 7 की मौत हुई है.
उन्होंने आगे कहा कि आईवीआरआई और एनआरसी हिसार के सहयोग से 15,000 लंपी प्रो-वैक वैक्सीन निःशुल्क प्राप्त कर उपलब्ध कराई जाए और 15 दिनों के भीतर एक लाख डोज की भी व्यवस्था की जाए.
उन्होंने वैक्सीनेशन के काम, गायों के आश्रय स्थलों, गाय संरक्षण केंद्रों के सैनेटाइजेशन एवं स्वच्छता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए.
उन्होंने अभियान के सुनियोजित और सुव्यवस्थित क्रियान्वयन के लिए गठित टीम-09 को पुनः क्रियाशील कर दिया है.
लंपी रोग पर जागरूकता के लिए चलाएं जागरूकता अभियान
पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा है कि लंपी रोग के त्वरित एवं प्रभावी नियंत्रण के लिए जिला प्रशासन के साथ समन्वय स्थापित कर बीमारी की रोकथाम एवं बचाव की रणनीति तैयार की जाए, इस के अतिरिक्त पशुपालकों, किसानों और आम जनता को जागरूक करने के लिए इस बीमारी से बचाव के लिए सार्वजनिक स्थलों पर ’’क्या करें, क्या न करें’’ के पोस्टर, बैनर, होर्डिंग एवं वाल राइटिंग लगवा कर व्यापक प्रचारप्रसार सुनिश्चित कराया जाए. इस के अतिरिक्त जनप्रतिनिधियों का भी सहयोग लिया जाए.
लंपी रोग की रोकथाम के लिए सघन निगरानी
बैठक में अपर मुख्य सचिव डा. रजनीश दुबे ने पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह को आश्वस्त किया कि उन से प्राप्त दिशानिर्देशों का अक्षरशः अनुपालन सुनिश्चित किया जाएगा.
उन्होंने विभागीय अधिकारियों से कहा कि नियंत्रण कार्य में कोई भी अनुशासनहीनता बरदाश्त नहीं की जाएगी और इस अभियान को मिशन मोड में संपन्न कराया जाएगा.
उन्होंने आगे कहा कि जिन जनपदों से लंपी रोग की सूचना प्राप्त हो रही है, वहां इस की रोकथाम के लिए उपचार, टीकाकरण एवं जनजागरूकता काम कराया जा रहा है. संबंधित क्षेत्रों के अपर निदेशक एवं मुख्य पशु चिकित्साधिकारी द्वारा सघन निगरानी की जाएगी.
कंट्रोल रूम स्थापित
लंपी रोग के संबंध में पशुपालन निदेशालय में स्थापित कंट्रोल रूम क्रियाशील कर दिया गया है, जिस का फोन नंबर – 0522-3527400 और पशुधन निवारण केंद्र 0522-2741991, 0522-2741992 पर संपर्क किया जा सकता है.
निगरानी, रोकथाम, टीकाकरण और औषधियों के लिए जिम्मेदारियां तय
टीम-09 में अपर मुख्य सचिव डा. रजनीश दुबे द्वारा झांसी मंडल, दुग्ध आयुक्त शशिभूषण लाल सुशील द्वारा गोरखपुर व बस्ती मंडल, विशेष सचिव देवेंद्र पांडेय द्वारा वाराणसी व मिर्जापुर मंडल, पीसीडीएफ के एमडी आनंद कुमार द्वारा अयोध्या व देवीपाटन मंडल, विशेष सचिव रामसहाय यादव द्वारा प्रयागराज व चित्रकूट मंडल, अपर निदेशक गोधन जयकेश पांडेय द्वारा आजमगढ़ मंडल और निदेशक रोग नियंत्रण एवं प्रक्षेत्र द्वारा लखनऊ मंडल के प्रभावित क्षेत्रों का स्थलीय निरीक्षण करेंगे और लंपी रोग की निगरानी, प्रकोप का स्तर, रोकथाम के उपाय, टीकाकरण और औषधियां आदि की व्यवस्था की मौनिटरिंग कर प्रभावी कार्यवाही सुनिश्चित कराएंगे.