नई दिल्ली : पीएम विश्वकर्मा योजना की सफलता की जानकारी देते हुए केंद्रीय सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्री नारायण राणे ने एक्स पर अपने एक पोस्ट के जरीए से लिखा कि पीएम विश्वकर्मा योजना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दूरदर्शिता का परिणाम है. और योजना के शुभारंभ के 10 दिन के भीतर ही इतनी अधिक संख्या में आवेदन प्राप्त होना योजना की सफलता और सर्वोच्च महत्व का प्रमाण है.
केंद्रीय मंत्री नारायण राणे ने कहा कि पीएम विश्वकर्मा योजना, हमारे सामाजिक और आर्थिक रूप से वंचित विश्वकर्मा भाइयों और बहनों के व्यापक विकास के लिए एक मील का पत्थर साबित होगी और यह उन की खोई हुई पहचान को बहाल करेगी, जिस का लंबे समय से इंतजार किया जा रहा है.
इस योजना के माध्यम से विश्वकर्मा भाइयों और बहनों को प्रशिक्षण, टूल किट और बिना कुछ गिरवी रखे लोन प्रदान किया जाएगा. प्राप्त आवेदनों का सफलतापूर्वक सत्यापन कर सभी योजना का लाभ हमारे विश्वकर्मा भाईबहनों को दिया जाएगा.
उन्होंने आगे यह भी कहा कि इस योजना का उद्देश्य पारंपरिक कारीगरों और शिल्पकारों की उत्पादन क्षमता को बढ़ाना और उन के उत्पादों को घरेलू और वैश्विक बाजारों तक पहुंचाना है. योजना के तहत 18 प्रकार के कारीगरों और शिल्पकारों को लाभ मिलेगा. लाभार्थियों को कौशल प्रशिक्षण प्रदान किया जाएगा और उन्हें प्रशिक्षण के दौरान 500 रुपए का दैनिक वजीफा मिलेगा. इस के अलावा टूल किट खरीदने के लिए 15,000 रुपए की सहायता दी जाएगी. लाभार्थी 3 लाख तक बिना कुछ गिरवी रखे लोन के भी पात्र होंगे.