बाड़मेर : उपराष्ट्रपति, जगदीप धनखड़ ने बाड़मेर के गुड़ामालानी में आईसीएआर के क्षेत्रीय बाजरा अनुसंधान केंद्र का शिलान्यास किया. इस अवसर पर वहां उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी के प्रयासों से राजस्थान के बाड़मेर में आज इस बाजरा अनुसंधान संस्थान की आधारशिला रखी गई है.
उन्होंने अपने संबोधन में आगे कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पूरी दुनिया के अंदर मोटे अनाज के बारे में जागरूकता बढ़ा कर वर्ष 2023 को अंतर्राष्ट्रीय श्री अन्न वर्ष घोषित कराया, यह देश के लिए एक बड़ी उपलब्धि है.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि एक दशक पहले हम 5 कमजोर अर्थव्यवस्थाओं में गिने जाते थे. हमारी अर्थव्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई थी और साल 2022 में दुनिया की 5वीं सब से शक्तिशाली आर्थिक महाशक्ति बन गए. आज हमारे देश का किसान तकनीकी रूप से इतना सक्षम हो गया है कि पीएम किसान सम्मान निधि के माध्यम से भेजी जाने वाली राशि किसान सीधे अपने बैंक खाते में प्राप्त कर रहा है, इस में कोई बिचौलिया नहीं है और न ही किसी प्रकार का कमीशन देना पड़ता है.
उन्होंने आगे कहा कि आज जो केंद्र यहां खुल रहा है, उस का असर केवल राजस्थान ही नहीं, बल्कि पूरे देश और विदेश पर भी पड़ेगा.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने संबोधन में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने सभी सांसदों को बाजरे से बने व्यंजन का भोजन कराया.
उन्होंने यह भी कहा कि सभी लोग भोजन कर रहे थे और कैलाश चौधरी स्वयं अपने हाथों से भोजन परोस रहे थे.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने अपने अंदाज में यह भी कहा कि बाजरे से बना भोजन बहुत ही स्वादिष्ठ भोजन था. शुरू से ले कर आखिरी तक पेय पदार्थ से ले कर मिठाई तक, सूप से ले कर सब्जी तक सबकुछ मोटे अनाज का बना था. मैं ने अपनी जिंदगी में आज तक इतना श्रेष्ठ भोजन नहीं किया.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि आप लोग इतनी तपती हुई धूप में यहां आए हैं. मैं आप सभी का स्वागत करता हूं और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने राज्यसभा में हमारा परिचय एक किसान पुत्र के रूप में कराया था, यह मेरे लिए बहुत गर्व की बात है. किसान के बिना कोई प्रगति नहीं हो सकती. किसान वह इंजन है, जो राजनीति की गाड़ी को भी चलाता है और देश का पेट भी भरता है.
उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने आगे कहा कि जब मैं पश्चिम बंगाल का राज्यपाल बना, तब से मैं बाड़मेर का ही बाजरा खा रहा हूं और अभी जब जहाज में आ रहा था, तो मेरे भोजन में मोटे अनाज के बने हुए व्यंजन और लौकी की सब्जी थी.
हाल ही में संसद में पारित हुए महिला आरक्षण बिल की तारीफ करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि महिलाओं के कल्याण के लिए अभी एक महत्वपूर्ण बिल पास हुआ है. इस बिल का पास होना एक ऐतिहासिक उपलब्धि है.
भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक डा. हिमांशु पाठक की तारीफ करते हुए उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने कहा कि वह दिल और दिमाग से किसानों के हित में काम कर रहे हैं. साथ ही, उन्होंने आईसीएआर के सभी कृषि वैज्ञानिकों व स्टाफ को बधाई देते हुए उन्हें धन्यवाद दिया.
उन्होंने कहा कि किसान पुत्र राष्ट्रवाद को हमेशा सर्वोपरि रखते हैं और देश के विकास में सर्वश्रेष्ठ योगदान करते हैं. मैं आपसे आग्रह करता हूं, हमारा देश एक बदलाव का केंद्र बना है, हमें इस पर गर्व करना चाहिए, यहां से मैं बहुत सी यादें ले कर जा रहा हूं, आप का अन्न मैं ने 4 साल तक खाया है और आजीवन मैं आप का ही अन्न खाता रहूंगा.
इस अवसर पर केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (वीडियो क्रांफ्रेंसिंग द्वारा), कृषि एवं किसान कल्याण राज्यमंत्री कैलाश चौधरी, भीमा राम, मंत्री राजस्थान सरकार, कृषि वैज्ञानिक एवं बड़ी संख्या में पधारे सरपंच के साथसाथ कई अन्य गणमान्य लोग और दूरदूर से आए बड़ी संख्या में अन्नदाता किसान भाईबहन और युवा साथी उपस्थित रहे