नीबूअदरक संतुलित आहार प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है और पुरानी बीमारियों और संक्रामक रोगों के जोखिम को कम करता है, इसलिए अपने भोजन में आवश्यक विटामिन, खनिज आहार, फाइबर, प्रोटीन और एंटीऔक्सिडैंट की भरपूर मात्रा सुनिश्चित करें.

इस के लिए प्रतिदिन कई तरह के ताजे और असंसाधित खाद्य पदार्थों का सेवन करें. पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं. अधिक वजन, मोटापा, हृदय रोग, स्ट्रोक, मधुमेह और कुछ प्रकार के कैंसर के खतरे को कम करने के लिए चीनी, वसा और नमक से बचें.

अदरक का उपयोग ताजा सूखे पाउडर या तेल या रस के रूप में किया जा सकता है. कभीकभी इसे प्रसंस्कृत खाद्य पदार्थ और सौंदर्य प्रसाधन में जोड़ा जाता है. यह व्यंजनों में एक बहुत ही सामान्य घटक है. अदरक की अनोखी खुशबू और स्वाद इस के प्राकृतिक तेलों से आता है. अदरक में मुख्य जैव सक्रिय यौगिक है जो इस के औषधीय गुणों के लिए जिम्मेदार है. यह शक्तिशाली विरोधी एंटीऔक्सिडैंट है. अदरक में बायोऐक्टिव पदार्थ संक्रमण के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है.

वास्तव में अदरक का अर्क कई अलगअलग प्रकार के बैक्टीरिया के विकास को रोक सकता है. ताजा अदरक भी वायरस के खिलाफ प्रभावी हो सकता है. यह श्वसन संक्रमण को रोक सकता है.

नीबू विटामिन सी से भरपूर

नीबू स्फूर्तिदायक और रोग निवारक फल है. इस के रस में साइट्रिक एसिड सब से प्रमुख स्रोत था. आमतौर पर नीबू में विटामिन ए, बी और सी की भरपूर मात्रा है. विटामिन ए अगर एक भाग है, तो विटामिन बी 2 भाग और विटामिन सी 3 भाग. इस में पोटैशियम, लोहा, सोडियम मैगनीशियम, तांबा, फास्फोरस और क्लोरीन तत्त्व तो हैं ही, प्रोटीन, वसा और कार्बोज भी पर्याप्त मात्रा में हैं.

विटामिन सी से भरपूर नीबू शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के साथ ही एंटीऔक्सीडैंट का काम भी करता है. नीबू में मौजूद विटामिन सी और पोटैशियम घुलनशील होते हैं, जिस के कारण ज्यादा मात्रा में इस का सेवन भी नुकसानदायक नहीं होता.

नीबू का सेवन करने से जुकाम भी दूर सकता है. एक नीबू दिनभर की विटामिन सी की जरूरत पूरी कर देता है.

नीबू का रस ठंड से बचाता है

नीबू का रस बुखार को कम करने और सर्दी और फ्लू को नियंत्रित करने के लिए राहत देता है. बुखार के रोगियों के मामले में नीबू पसीने को बढ़ा कर शरीर के तापमान को कम करता है.

बुखार को बढ़ावा देने के लिए नीबू बहुत मददगार है. प्रत्येक 2 घंटे के बाद कुनकुना नीबू पानी (एक गिलास पानी में 1 चम्मच नीबू) पीने का सुझाव दिया गया है. जब नीबू को गरम पानी के साथ शहद के साथ मिलाया जाता है, तो खांसी और सर्दी को ठीक करने में एक उपयोगी घरेलू उपाय है.

खराश के लिए नीबू पानी

गले में खराश की समस्या के लिए नीबू के पानी से गरारा करना चाहिए. नीबू पानी से गरारा करने के लिए आधे नीबू को एक गिलास पानी में लेने का सुझाव दिया जाता है. हालांकि नियमित रूप से गरारे करने से बचना चाहिए

नीबू इम्यून सिस्टम को बूस्ट करता है

नीबू विटामिन सी से भरपूर होता है और सर्दी और खांसी से लड़ने में बेहद मददगार होता है. नीबू में कई फाइटोकैमिकल्स होते हैं, जैसे हेस्पेरेटिन और नारिंगिनिन. ये एंटीऔक्सीडैंट होते हैं और शरीर के प्रतिरक्षा प्रणाली तंत्र को बेहतर बनाने में मदद करते हैं.

नीबू का रस इम्यून सिस्टम को मजबूत कर के कैंसर से भी लड़ता है. नीबू एंटीबैक्टीरियल एंटीवायरल की तरह काम करता है. नीबू के तत्त्व जैसे साइट्रिक एसिड, मैगनीशियम, कैल्शियम, लिमोनेन, पैक्टिन, विटामिन सी, बायोफ्लेवोनाइड्स और फाइटोकैमिकल्स प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ावा देने में सहायक होते हैं.

नीबूअदरक शरबत

आवश्यक सामग्री : ताजा नींबू का रस 500 मिलीलिटर, अदरक का रस 100 मिलीलिटर, चीनी स्वादानुसार, पानी 500 मिलीलिटर.

विधि : ताजा नीबू को धो कर साफ कर लें. स्टील के बरतन में नीबू का रस निकाल कर छान लें. एक भगोने में पानी डाल कर थोड़ाथोड़ा कर के चीनी डालते जाएं. चीनी को एक तार की चाशनी बनाने पर ठंडा करें. ठंडा होने पर मलमल के कपड़े से छान कर रख दें.

वहीं दूसरी ओर चाशनी में नीबू का रस और अदरक का रस डालें और अच्छी तरह से मिलाएं. अब साफसुथरी बोतल में भर कर ढक्कन ढंग से बंद कर के रखें. इस ड्रिंक को रोजाना पीने से प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जा सकता है.

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