नई दिल्ली : राष्ट्रीय हलदी बोर्ड देश में हलदी और हलदी उत्पादों के विकास और वृद्धि पर फोकस करेगा. राष्ट्रीय हलदी बोर्ड हल्दी से संबंधित मामलों में नेतृत्व प्रदान करेगा, प्रयासों को मजबूत बनाएगा और हलदी क्षेत्र के विकास और वृद्धि में मसाला बोर्ड और अन्य सरकारी एजेंसियों के साथ अधिक समन्वय की सुविधा प्रदान करेगा.

हलदी के स्वास्थ्य और कल्याण लाभों पर दुनियाभर में महत्वपूर्ण संभावनाएं और रुचि है, जिस का लाभ बोर्ड जागरूकता और खपत बढ़ाने, निर्यात बढ़ाने के लिए अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर नए बाजार विकसित करने, नए उत्पादों में अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देने व मूल्यवर्धित हलदी उत्पादों के लिए हमारे पारंपरिक ज्ञान के विकास का काम करेगा.

यह विशेष रूप से मूल्य संवर्धन से अधिक लाभ पाने के लिए हलदी उत्पादकों की क्षमता निर्माण और कौशल विकास पर फोकस करेगा. बोर्ड गुणवत्ता और खाद्य सुरक्षा मानकों और ऐसे मानकों के पालन को भी प्रोत्साहित करेगा. बोर्ड मानवता के लिए हलदी की पूरी क्षमता की सुरक्षा और उपयोगी दोहन के लिए भी कदम उठाएगा.

बोर्ड की गतिविधियां हलदी उत्पादकों के क्षेत्र पर केंद्रित और समर्पित फोकस और खेतों के निकट बड़े मूल्यवर्धन के माध्यम से हलदी उत्पादकों की बेहतर भलाई और समृद्धि में योगदान देंगी, जिस से उत्पादकों को उन की उपज के लिए बेहतर कीमत मिलेगी. अनुसंधान, बाजार विकास, बढ़ती खपत और मूल्य संवर्धन में बोर्ड की गतिविधियां यह भी सुनिश्चित करेंगी कि हमारे उत्पादक और प्रोसैसर उच्च गुणवत्ता वाले हलदी और हलदी उत्पादों के निर्यातकों के रूप में वैश्विक बाजारों में अपनी प्रमुख स्थिति बनाए रखना जारी रखेंगे.

बोर्ड में शामिल होंगे ये लोग

बोर्ड में केंद्र सरकार द्वारा नियुक्त एक अध्यक्ष, आयुष मंत्रालय, केंद्र सरकार के फार्मास्यूटिकल्स, कृषि और किसान कल्याण, वाणिज्य और उद्योग विभाग, 3 राज्यों के वरिष्ठ राज्य सरकार के प्रतिनिधि (रोटेशन के आधार पर), अनुसंधान में शामिल राष्ट्रीय/राज्य संस्थानों, चुनिंदा हलदी किसानों और निर्यातकों के प्रतिनिधि होंगे, बोर्ड के सचिव की नियुक्ति वाणिज्य विभाग द्वारा की जाएगी.

दुनिया में सब से बड़ा हलदी उत्पादक है भारत

भारत विश्व में हलदी का सब से बड़ा उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक है. साल 2022-23 में 11.61 लाख टन (वैश्विक हलदी उत्पादन का 75 फीसदी से अधिक) के उत्पादन के साथ भारत में 3.24 लाख हेक्टेयर क्षेत्र में हलदी की खेती की गई थी.

भारत में हलदी की 30 से अधिक किस्में उगाई जाती हैं और यह देश के 20 से अधिक राज्यों में उगाई जाती हैं. हलदी के सब से बड़े उत्पादक राज्य महाराष्ट्र, तेलंगाना, कर्नाटक और तमिलनाडु हैं.

हलदी के विश्व व्यापार में भारत की हिस्सेदारी 62 फीसदी से अधिक है. साल 2022-23 के दौरान, 380 से अधिक निर्यातकों द्वारा 207.45 मिलियन डालर मूल्य के 1.534 लाख टन हलदी और हलदी उत्पादों का निर्यात किया गया था.

भारतीय हलदी के लिए प्रमुख निर्यात बाजार बंगलादेश, संयुक्त अरब अमीरात, अमेरिका और मलयेशिया हैं. बोर्ड की केंद्रित गतिविधियों से यह उम्मीद की जाती है कि साल 2030 तक हलदी निर्यात तकरीबन 1 बिलियन डालर तक पहुंच जाएगा.

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