हिसार : चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के सस्य विज्ञान विभाग में राष्ट्रीय कृषि उच्चतर शिक्षा परियोजना एनएएचईपी-आईडीपी के तहत ‘स्प्रे एप्लीकेशन एवं प्रिसीजन एग्रीकल्चर’ विषय पर ब्राजील के वैज्ञानिक डा. फ्रांसिस्को फग्गिओ के सहयोग से 7 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया.

युवा पीढ़ी को कृषि से जोड़े रखने के लिए उपयुक्त मशीनें उपलब्ध करवाना जरूरी

मुख्य वक्ता डा. फ्रांसिस्को फग्गिओ ने बताया कि ब्राजील में बड़ी जोत होने के कारण कृषि कार्य पूरी तरह मशीनों पर आधारित है व बिजाई से ले कर कटाई और प्रसंस्करण के हर आपरेशन के लिए मशीनें उपलब्ध हैं. साथ ही, उन्होंने कहा कि यदि कृषि से जुड़े कामों को सरल व सुगमता से करने के लिए उपयुक्त मशीनें उपलब्ध होंगी, तो युवा पीढ़ी को भी कृषि व्यवसाय से जोड़े रखना व कृषि को मुनाफे का व्यवसाय बनाना संभव है.

कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. एसके पाहुजा ने उपस्थित प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि छोटी जोत वाले किसानों को भी सस्ती व उपयोगी मशीनें कृषि कार्यों के लिए उपलब्ध हों, तो कृषि के उत्पादन को बढ़ाया जा सकता है और किसानों के अधिक मानवीय श्रम के तनाव को भी कम किया जा सकता है.

सस्य विज्ञान विभाग के विभागाध्यक्ष डा. एसके ठकराल ने बताया कि इस प्रशिक्षण में प्रतिभागी विद्यार्थियों को स्प्रे तकनीक के बारे में विस्तारपूर्वक जानकारियां दी गईं व मशीनों के रखरखाव व बरतने के बारे में प्रैक्टिकल करवाए गए. सस्य विज्ञान विभाग में आयोजित इस ट्रेनिंग से विद्यार्थियों को लाभ होगा. इस अवसर पर प्रशिक्षण के संयोजक डा. सतपाल के अलावा विभाग के अन्य वैज्ञानिक मौजूद रहे.

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