अविकानगर: 23 दिसंबर. ‘किसान दिवस’ के मौके पर केंद्रीय भेड़ एवं ऊन अनुसंधान संस्थान, अविकानगर के सभागार में ‘राष्ट्रीय किसान संगोष्ठी‘ का आयोजन किया गया. संगोष्ठी कार्यक्रम के मुख्य अथिति स्थानीय मालपुरा टोड़ाराय सिंह नगर के विधायक कन्हैयालाल चैधरी, विशिष्ट अतिथि के रूप में सुधीर मान स्टेट मार्केटिंग मैनेजर ईफको, डा. नंदलाल, अध्यक्ष फार्मर फोरम व रिटायर्ड प्रोफैसर एग्रोनोमी, खेमाराम महरिया, बीएल मंडीवाल आदि जनप्रतिनिधि और प्रगतिशील किसान उपस्थित रहे.

संस्थान के निदेशक डा. अरुण कुमार तोमर द्वारा कार्यक्रम की अध्यक्षता की गई. कार्यक्रम में पधारे अतिथियों का निदेशक द्वारा स्वागतसम्मान किया गया. कार्यक्रम के मुख्य अतिथि कन्हैयालाल चैधरी ने कार्यक्रम के आयोजक डा. अरुण कुमार तोमर को धन्यवाद देते हुए किसानों को वैज्ञानिक पद्धति से खेती एवं पशुपालन को करते हुए उस की उद्यमिता विकास की ओर ले जाने के लिए प्रेरित किया.

उन्होंने आश्वासन दिया कि हमारी सरकार राजस्थान में ईस्टर्न कैनल नहर परियोजना को जल्दी ही 2 महीने में राष्ट्रीय परियोजना घोषित करेगी, जिस से पूर्व राजस्थान में खेती एवं पशुपालन के लिए पानी की उपलब्धता बढ़ने से खेती और पशुपालन से रोजगार बढ़ेगा.

Seminarकार्यक्रम में  उपस्थित सभी किसानों, युवाओं से विधायक कन्हैयालाल चैधरी ने निवेदन किया कि कोई भी सरकार कितनी भी योजनाएं लाए, नतीजा आप को धरातल पर नहीं मिलेगा. संस्थान के निदेशक डा. अरुण कुमार तोमर ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए संस्थान द्वारा राजस्थान एवं देश के विभिन्न हिस्सों में अपने संस्थान के द्वारा किए जा रहे किसानों के प्रयासों को विस्तार से उपस्थित अतिथियों एवं किसानो को बताया.

उन्होंने आगे बताया कि संस्थान खेती व पशुपालन में किसानों को वैज्ञानिक दृष्टि से करने के लिए नित्य प्रशिक्षण कार्यक्रम, उन्नत नस्ल के पशुओं का वितरण, स्वास्थ्य शिविर, गिर गाय मे कृत्रिम गर्भाधान एवं जागरूकता कैंपों का आयोजन मालपुरा सहित डूंगरपुर, दौसा, बीकानेर, हनुमानगढ़, बाड़मेर, उदयपुर आदि क्षेत्रों में कर रहा है.

कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि सुधीर मान द्वारा खेती में वैज्ञानिक पद्धति से खाद के उपयोग के बारे में विस्तार से जानकारी किसानों को दी गई. उन्होंने ज्यादा से ज्यादा किसानों को नैनो यूरिया के इस्तेमाल करने के लिए प्रेरित किया.

किसानों का हुआ सम्मान

Seminarकार्यक्रम में उपस्थित अन्य विशिष्ट अतिथियों एवं प्रगतिशील किसानों द्वारा भी अपने अनुभवों से उपस्थित किसानों को लाभान्वित किया गया. कार्यक्रम में उपस्थित अतिथियों द्वारा साधना गुलेरिया को समेकित खेती में अच्छे काम के लिए डा. आरएस परोदा किसान रत्न अवार्ड से सम्मानित किया गया, जिस में साधना गुलेरिया को 21,000 रुपया नकद पुरस्कार के साथ प्रशस्तिपत्र दिया गया, साथ में मालपुरा क्षेत्र के साथ अन्य क्षेत्र के 10 प्रगतिशील किसानों को भी प्रशस्तिपत्र के साथ 2,100 रुपए दे कर सम्मानित किया गया.

प्रतियोगिताओं का आयोजन

राष्ट्रीय किसान संगोष्ठी कार्यक्रम के समन्वयक डा. लीलाराम गुर्जर, प्रभारी तकनीकी स्थानांतरण विभाग द्वारा भी स्वर्गीय चैधरी चरण सिंह के जीवन पर आधारित विभिन्न प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता का आयोजन करवा कर विजेता को पुरस्कार अथितियों द्वारा दिलवाया गया. संगोष्ठी कार्यक्रम में  मुख्य अतिथि एवं अन्य अतिथियों द्वारा फार्मर फस्र्ट प्रोजैक्ट के अंगीकृत गांव के भेड़पालक किसानों के लिए नस्ल सुधार हेतु 5 पाटनवाड़ी और मालपुरा नस्ल की भेंड़ांे का वितरण किया गया.

Seminarसंगोष्ठी कार्यक्रम के समन्वयक डा. लीलाराम गुर्जर द्वारा बताया गया कि कार्यक्रम में पधारे अतिथियों द्वारा संस्थान में आयोजित अनुसूचित जाति उपयोजना (एससीएसपी) के 25 किसान को पांचदिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के समापन के अवसर पर प्रमाणपत्र दिया गया.

अनुसूचित जाति उपयोजना के नोडल अधिकारी डा. अजय कुमार ने बताया कि मालपुरा तहसील के अनुसूचित जाति की 18 किसानों को आजीविका के लिए 2 सिरोही नस्ल की बकरियों का वितरण भी पधारे अतिथियों द्वारा किया गया. राष्ट्रीय किसान संगोष्ठी कार्यक्रम में सभागार में 500 से ज्यादा किसानों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया, जिस में 50 किसान दौसा जिले के अनुसूचित जनजाति उपयोजना के लाभार्थी भी शामिल रहे.

राष्ट्रीय वैज्ञानिक संगोष्ठी कार्यक्रम के अवसर पर संस्थान के विभाग अध्यक्ष डा. रणधीर सिंह भट्ट, डा. सुरेश चंद शर्मा, डा. सत्यवीर सिंह डांगी, डा. अजीत महला, डा. अरविंद, डा. रंगलाल, डा. दुष्यंत, मुख्य प्रशासनिक अधिकारी इंद्र भूषण कुमार, प्रशासनिक अधिकारी भीमसिंह, मुख्य वित्त एवं लेखा अधिकारी राजकुमार, पिल्लू मीना, लोकेश मीना, डा. अमर सिंह आदि कर्मचारी उपस्थित रहे.

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