नई दिल्ली: 75वीं गणतंत्र दिवस परेड 26 जनवरी, 2024 को दिल्ली में कर्तव्य पथ पर भव्यता के साथ आयोजित की गई. इस वर्ष भारत सरकार ने इस महत्वपूर्ण परेड को देखने के लिए देश की प्रगति और एकता का प्रदर्शन करते हुए विभिन्न क्षेत्रों के 15,000 से अधिक लोगों को विशेष निमंत्रण दिया था.
गणमान्य व्यक्तियों की सूची में कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय ने 1500 से अधिक किसानों को निमंत्रण दिया, जो प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना और प्रधानमंत्री कृषि सिंचाई योजना जैसी केंद्र सरकार की योजनाओं के लाभार्थी हैं. इस के अलावा कृषि एवं किसान कल्याण विभाग (डीएएंडएफडब्ल्यू) ने 25 और 26 जनवरी को अपने विशेष आमंत्रित लोगों के लिए 2 दिवसीय कार्यक्रम और प्रशिक्षण भी आयोजित किया.
एक समृद्ध अनुभव के लिए, 25 जनवरी 2024 को किसानों के लिए प्रमुख सरकारी योजनाओं और कृषि अवसंरचना निधि, प्रति बूंद से अधिक फसल, पीएमएफबीवाई आदि जैसी पहलों पर एक व्यापक प्रशिक्षण सत्र और पूसा परिसर के प्रसिद्ध क्षेत्रों का एक फील्ड दौरा आयोजित किया गया था.
कार्यक्रम की शुरुआत केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा की उपस्थिति में एक उद्घाटन समारोह से हुई, जिस में राज्य मंत्री शोभा करंदलाजे भी शामिल हुईं. गणमान्य व्यक्तियों ने प्रशिक्षण सत्र के संदर्भ और उन के आर्थिक कल्याण के प्रति सरकार की अटूट प्रतिबद्धता और निरंतर समर्थन पर प्रकाश डाला.
26 जनवरी को कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के विशेष आमंत्रित लोगों ने कर्तव्य पथ पर शानदार परेड देखी. परेड के बाद सभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने राष्ट्र को आकार देने में किसानों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया. उन्होंने प्रमुख उपलब्धियों पर प्रकाश डाला, जिन में कृषि बजट में 5 गुना वृद्धि, रिकौर्डतोड़ खाद्यान्न और बागबानी उत्पादन और एमएसपी में महत्वपूर्ण बढ़ोतरी शामिल है.
पीएम किसान, पीएमएफबीवाई जैसी सरकारी पहल और जैविक खेती को बढ़ावा देने वाली योजनाएं किसानों के कल्याण के प्रति अटूट प्रतिबद्धता को रेखांकित करती हैं.
मंत्री अर्जुन मंुडा ने कृषि परिदृश्य को बढ़ाने में उल्लेखनीय प्रगति दिखाते हुए ऋण पहुंच, मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना और प्राकृतिक खेती के प्रयासों पर भी प्रकाश डाला.
कार्यक्रम का समापन किसानों को मंत्रियों और गणमान्य व्यक्तियों के साथ एक समूह फोटो सत्र में भाग लेने का अवसर मिलने के साथ हुआ, जिस के बाद दोपहर के भोजन का आयोजन किया गया. कार्यक्रम स्थल पर कृषि एवं किसान कल्याण विभाग की योजनाओं और पहलों को प्रदर्शित करने वाले समर्पित सेल्फी स्टैंड और बैनर थे, जो 2 दिवसीय उत्सव के दौरान उल्लेखनीय आकर्षण के रूप में काम कर रहे थे. किसानों ने निर्दिष्ट स्टैंडों पर सक्रिय रूप से भाग लिया और तसवीरें खिंचवाते हुए अपनी प्रसन्नता व्यक्त की.