नई दिल्ली: खुले बाजार में गेहूंचावल की उपलब्धता बढ़ाने और इन की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए, भारत सरकार 28 जून, 2023 से साप्ताहिक ईनीलामी के माध्यम से गेहूं और चावल को बाजार में उपलब्ध करा रही है.

भारत सरकार द्वारा खुली बाजार बिक्री योजना (घरेलू) [ओएमएसएस (डी)] के तहत कुल 101.5 एलएमटी गेहूं और 25 एलएमटी चावल आवंटित किया गया है. गेहूं, एफएक्यू के लिए 2150 रुपए प्रति क्विंटल और यूआरएस के लिए 2125 रुपए प्रति क्विंटल के आरक्षित मूल्य पर दिया जा रहा है. चावल का आरक्षित मूल्य 2,900 रुपए प्रति क्विंटल रखा गया है.

इस मौजूदा चरण की पहली ईनीलामी 28 जून, 2023 को आयोजित की गई थी, जिस में 0.86 एलएमटी गेहूं खुले बाजार में बेचा गया.

हालांकि, गेहूं की उपलब्धता बढ़ाने और खुले बाजार में गेहूं की मांग को पूरा करने के लिए, ईनीलामी में गेहूं की साप्ताहिक पेशकश को धीरेधीरे शुरुआती 2 एलएमटी से बढ़ा कर वर्तमान साप्ताहिक पेशकश 4.5 एलएमटी तक किया गया है. परिणामस्वरूप, गेहूं की साप्ताहिक बिक्री बढ़ कर 4 लाख मीट्रिक टन से अधिक हो गई है. 24 जनवरी, 2024 तक ओएमएसएस(डी) के तहत 71.01 एलएमटी गेहूं बेचा जा चुका है.

वर्ष 2023-24 के लिए ओएमएसएस (डी) के तहत चावल की पहली ईनीलामी 5 जुलाई, 2023 को आयोजित की गई थी. खुले बाजार में चावल की बिक्री बढ़ाने के लिए भारत सरकार ने चावल का आरक्षित मूल्य 3,100 रुपए प्रति क्विंटल से घटा कर 2,900 रुपए प्रति क्विंटल कर दिया और चावल की न्यूनतम और अधिकतम मात्रा को क्रमशः 1 मीट्रिक टन और 2000 मीट्रिक टन तक संशोधित किया.

 

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इस के अलावा व्यापक पहुंच के लिए एफसीआई के क्षेत्रीय कार्यालयों द्वारा नियमित विज्ञापन जारी किए गए, जिस के परिणामस्वरूप चावल की बिक्री में धीरेधीरे वृद्धि दर्ज की गई. 24 जनवरी, 2024 तक तकरीबन 1.62 एलएमटी चावल खुले बाजार में बेचा गया है, जो निजी व्यापारियों को चावल की बिक्री के संदर्भ में ओएमएसएस (डी) के तहत किसी भी वर्ष के लिए सब से अधिक बिक्री है. पिछला उच्चतम रिकौर्ड 42,000 मीट्रिक टन था.

केंद्र सरकार, भारत आटा योजना के तहत नेफेड/ एनसीसीएफ/केंद्रीय भंडार/एमएससीएमएफएल जैसी सहकारी एजेंसियों को भी गेहूं उपलब्ध करा रही है. भारत सरकार द्वारा इस योजना के तहत ओएमएसएस (डी) के कुल 101.5 एलएमटी में से 4 एलएमटी आवंटित किया गया है.

ओएमएसएस (डी) योजना के इस उपसमूह के तहत, अर्धसरकारी/सहकारी एजेंसियों को 21.50 रुपए प्रति पर गेहूं मिल रहा है, जिसे आटे में परिवर्तित करने और आम जनता को उच्चतम 27.50 रुपए प्रति किलोग्राम तक की कीमत पर बेचने के लिए 16 दिसंबर, 2023 को 17.15 रुपए प्रति किलोग्राम के रूप में संशोधित किया गया है. 29 जनवरी, 2024 तक इन एजेंसियों को 2,80,456 मीट्रिक टन गेहूं बेचा जा चुका है.

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