नई दिल्ली: मसाले और पाककला से संबंधित जड़ीबूटियों (Herbs) पर कोडैक्स समिति (CCSCH) का 7वां सत्र 29 जनवरी, 2024 से 2 फरवरी, 2024 तक कोच्चि में आयोजित किया गया. कोविड महामारी के बाद पहली बार यह सम्मेलन प्रतिभागियों की मौजूदगी में संपन्न हुआ. कोविड महामारी के दौरान सम्मेलन का आयोजन वर्चुअल रूप से किया गया था. सत्र में 31 देशों के 109 प्रतिनिधियों ने भाग लिया.
सम्मेलन का आयोजन सफल रहा. इस सत्र में 5 मसालों, छोटी इलायची, हलदी, जुनिपर बेरी, जमैका काली मिर्च (आलस्पाइस) और चक्रफूल (स्टार एनीस) के लिए गुणवत्ता मानकों को अंतिम रूप दिया गया.
कोडैक्स समिति ने 5 मानकों को अंतिम चरण 8 में पूर्ण कोडैक्स मानकों के रूप में अपनाने की सिफारिश करते हुए कोडैक्स एलिमैंटेरियस कमीशन (CAC) को भेज दिया है.
इस समिति में पहली बार मसालों के समूहीकरण की रणनीति को सफलतापूर्वक लागू किया गया. समिति ने वर्तमान सत्र में ‘फलों और जामुनों से प्राप्त मसालों‘ (3 मसालों जैसे जुनिपर बेरी, जमैका काली मिर्च (आलस्पाइस) और चक्रफूल (स्टार एनीस) को शामिल करते हुए) पहले समूह मानक को अंतिम रूप दिया.
वेनिला के लिए मसौदा मानक चरण 5 में रखा गया है. इस पर समिति के अगले सत्र में चर्चा होगी. चर्चा से पहले सदस्य देश इस पर एक और दौर की जांच करेंगे.
सूखे धनिए के बीज, बड़ी इलायची, मरुआ और दालचीनी के लिए कोडैक्स मानकों के विकास के प्रस्ताव समिति के समक्ष रखे गए और स्वीकार कर लिए गए. समिति अपने आगामी संस्करणों में इन 4 मसालों के लिए मसौदा मानकों पर काम करेगी. 7वें सत्र में पहली बार बड़ी संख्या में लैटिन अमेरिकी देशों की भागीदारी देखी गई. समिति की अगली बैठक 18 महीने बाद आयोजित की जाएगी.
विभिन्न देशों की अध्यक्षता वाले इलैक्ट्रौनिक कार्य समूह (EWG) बहुराष्ट्रीय परामर्श की प्रक्रिया जारी रखेंगे. इस का उद्देश्य विज्ञान आधारित साक्ष्यों के आधार पर मानकों को विकसित करना है.
खाद्य एवं कृषि संगठन (FPO) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा संयुक्त रूप से रोम में स्थापित कोडैक्स एलिमैंटेरियस कमीशन (CAC) 194 से अधिक देशों की सदस्यता वाला एक अंतर्राष्ट्रीय, अंतर्सरकारी निकाय है. इसे मानव भोजन से संबंधित अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकृत मानकों को तैयार करने का काम सौंपा गया है.
सीएसी (CAC) विभिन्न सदस्य देशों द्वारा आयोजित सीसीएससीएच (CCASH) सहित विभिन्न कोडैक्स समितियों के माध्यम से अपना काम करती है.
मसालों और पाककला से संबद्ध जड़ीबूटियों पर कोडैक्स समिति (CCSCH) की स्थापना साल 2013 में कोडैक्स एलिमैंटेरियस कमीशन (CAC) के तहत कमोडिटी समितियों में से एक के रूप में की गई थी. भारत इस सत्र का मेजबान है और स्पाइसेस बोर्ड इंडिया इस समिति के सचिवालय के रूप में काम कर रहा है.
सीएसी के मानकों को WTO द्वारा खाद्य सुरक्षा और उपभोक्ता संरक्षण से संबंधित व्यापार विवादों के समाधान के लिए अंतर्राष्ट्रीय संदर्भ बिंदु के रूप में मान्यताप्राप्त है.
सीसीएससीएच (CCACH) सहित सीएसी (CAC) के तहत समितियों द्वारा विकसित मानक स्वैच्छिक प्रकृति के हैं, जिन्हें सीएसी के सदस्य देश अपने राष्ट्रीय मानकों को संरेखित करने के लिए संदर्भ मानकों के रूप में अपनाते हैं और उपयोग करते हैं.
सीएसी (CAC) दुनियाभर में खाद्य मानकों के सामंजस्य में योगदान करते हैं, भोजन में निष्पक्ष वैश्विक व्यापार की सुविधा प्रदान करते हैं और वैश्विक उपभोक्ताओं के स्वास्थ्य की रक्षा के लिए खाद्य सुरक्षा को बढ़ाते हैं.