प्रो. रवि सुमन, कृषि एवं ग्रामीण विकास ट्रस्ट , मल्हनी भाटपार रानी के तत्वावधान में 11 फरवरी, 2024 को कृषि एवं ग्रामीण विकास पर एक गोष्ठी का आयोजन ट्रस्ट प्रक्षेत्र कार्यालय, लक्ष्मणपुर रोड महुआवारी मेला (मल्हना) में आयोजित किया गया.
ट्रस्ट के निदेशक प्रो. रवि प्रकाश मौर्य ने बताया कि ट्रस्ट की स्थापना के 2 साल पूरे होने के उपलक्ष में दूसरा वर्षगाठ मनाया जा रहा है. ट्रस्ट 11 फरवरी, 2022 में घोषित किया था.
इस का मुख्य उद्देश्य कृषि एवं ग्रामीण विकास के लिए सकारात्मक पहल करना, शिक्षा, कृषि शिक्षा, शोध, प्रसार एवं सामुदायिक विकास के उत्थान के लिए काम करना, प्राकृतिक, जैविक एवं टिकाऊ खेती को बढ़ावा देना, कृषि एवं ग्रामीण विकास के क्षेत्र में विशेष परामर्श सेवा प्रदान करना, आवश्यकता आधारित प्रशिक्षण, कार्यशाला, संगोष्ठी, प्रक्षेत्र दिवस, किसान मेला एवं प्रदर्शनी का आयोजन करना और कृषक उत्पादक संगठन यानी एफपीओ को बढावा देना है.
संस्थान द्वारा अपने उद्देश्यों को ध्यान में रख कर कृषि एवं ग्रामीण विकास गोष्ठी का आयोजन किया गया. डा. रवि प्रकाश मौर्य ने बताया कि फरवरी माह में कद्दूवर्गीय सब्जियों जैसे – लौकी, नेनुआ, करेला, कोहड़ा, खीरा, ककड़ी, तरबूज, खरबूजा आदि के साथसाथ भिंडी, लोबिया, अरूई, बंडा आदि की बोआई कर सकते हैं. अपने आसपास की खाली पड़ी जगह पर पोषण वाटिका बना सकते हैं. 250 वर्गमीटर क्षेत्रफल से एक समान्य परिवार के लिए सालभर हरी सब्जियां प्राप्त कर सकते हैं. उड़द व मूंग की बोआई का उचित समय है.
डा. विकास मौर्य, फिजियोथेरैपिस्ट ने बताया कि इस समय मौसम बदल रहा है, सेहत पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है. सुबह टहलना, नियमित व्यायाम करना, समय से नाश्ता एवं भोजन करना चाहिए. किसान कामों के चक्कर में समय से खानपान पर ध्यान नहीं देते, जिस से कई समस्या पैदा हो जाती है.
डा. रामजी कुशवाहा ने जैविक उत्पाद पर प्रकाश डाला, वहीं चंद्र प्रकाश मौर्य ने पशुपालन पर जानकारी दी. बशिष्ठ मिश्रा ने समाज में फैली कुरीतियों के उन्मूलन पर जानकारी दी. मंगलम (लाल बाबू) नर्सरी के प्रबंधक ओम प्रकाश ने बताया कि इस समय आम में मंजर आ रहा है, उस पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है.
कार्यक्रम में सेवानिवृत्त मेजर मोहन यादव, सुरेशचंद्र, भोला, गोलू, आकाश, बृजेश सहित अन्य सेवानिवृत्त कर्मचारी और किसानों ने हिस्सा लिया.