बालाघाट: ‘मेक इन इंडिया’ को प्रचारित करने एवं स्वरोजगार के माध्यम से विद्यार्थियों को आत्मनिर्भर कर प्रोत्साहित करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अंतर्गत उच्च शिक्षा विभाग, मध्य प्रदेश द्वारा स्नातक स्तर पर विभिन्न प्रकार के व्यावसायिक पाठ्यक्रमों को सम्मिलित किया गया है.

इसी संदर्भ में जेएसटी महाविद्यालय के जैव रसायन शास्त्र विभाग एवं आतंरिक गुणवत्ता आश्वासन सेल के स्वावलंबन क्लब के संयुक्त तत्वावधान में 17 फरवरी, 2024 को मशरूम उत्पादन एवं प्रसंस्करण तकनीकी पर एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया.

कार्यशाला में कृषि विज्ञान केंद्र, बडगांव से वैज्ञानिक डा. रमेश अमुले, व्याख्याता एवं प्रशिक्षक के रूप में उपस्थित हुए. उन्होंने विद्यार्थियों को मशरूम उत्पादन का परिचय दिया एवं स्पान उत्पादन, पारंपरिक एवं आधुनिक तकनिकी से उत्पादन, मशरूम में होने वाली बीमारियों एवं उस के निदान एवं प्रसंस्करण की विभिन्न तकनीकों का प्रशिक्षण दिया.

कार्यक्रम में आतंरिक गुणवत्ता आश्वासन सेल समन्वयक डा. सीमा श्रीवास्तव ने विद्यार्थियों को मशरूम उत्पादन को एक व्यवसाय के रूप में विकसित करने के लिए प्रोत्साहित किया. कार्यशाला महाविद्यालय प्राचार्य डा. पीआर चंदेलकर के कुशल मार्गदर्शन में संपन्न हुई.

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