सीधी: मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर स्थिति ग्राम समरदह विकासखंड सिहावल के अंतर्गत वनों से ढके आदिवासी परंपराओं से ओतप्रोत ग्राम की बुटैया सिंह बताती हैं कि आजीविका मिशन (Livelihood Mission) के माध्यम से जय बजरंगबली स्व सहायता समूह से जुड़ कर उन्हें बड़ा सहारा प्राप्त हुआ. समूह से 10,000 रुपए का लोन ले कर आजीविका गतिविधि की. पुनः 20,000 रुपए ले कर खेतीकिसानी करने लगी और बकरी खरीद कर बकरीपालन करने लगी. उन बकरी को बीमारी न हो, उन का रहनसहन, साफ एवं स्वच्छ रहे, इस के लिए टीएडीपी योजना से 13,877 रुपए की राशि प्राप्त कर मचान बना कर बकरीपालन किया, जिस से काफी लाभ प्राप्त होता है.

आवश्यकता पर बकरी विक्रय कर अच्छा मुनाफा होता है.

बुटैया सिंह बताती हैं कि उन के गांव में कुल 24 परिवार समूह से पैसा ले कर बकरीपालन का काम कर रहे हैं. यह आजीविका मिशन की देन है.

जिला परियोजना प्रबंधक पुष्पेंद्र कुमार सिंह के निर्देशन में 24 बकरी शेड टीएडीपी के सहयोग से बनाया गया. आज 24 परिवार लखपति क्लब में शामिल हो गए हैं. बकरियों को नियमित टीकाकरण, पोषण आहार एवं वैक्सीन का काम नियमित रूप से पशु सखी के माध्यम से किया जाता है. बकरी गरीब परिवारों के लिए एटीएम की तरह काम करती है. जब आवश्यकता पड़ती है, तो बिक्री कर आय प्राप्त की जा सकती है.

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