नई दिल्ली: पिछले वर्ष से जायद के मौसम को रबी मौसम से अलग कर दिया गया है और इसलिए इस वर्ष क्षेत्र, उत्पादन और उपज के द्वितीय अग्रिम अनुमान में केवल 2 मौसमों यानी खरीफ और रबी मौसम शामिल हैं.

यह अनुमान मुख्य रूप से राज्य कृषि सांख्यिकी प्राधिकरण (एसएएसए) से प्राप्त जानकारी के आधार पर तैयार किए गए हैं. प्राप्त आंकड़ों को रिमोट सैंसिंग, साप्ताहिक फसल मौसम निगरानी समूह (सीडब्ल्यूडब्ल्यूजी) की रिपोर्ट और अन्य एजेंसियों से प्राप्त जानकारी के साथ मान्य और त्रिकोणित किया गया है. इस के अलावा अनुमान तैयार करते समय जलवायु परिस्थितियों, पिछले रुझानों, मूल्यो में उतारचढ़ाव, मंडी आगमन आदि पर भी विचार किया जाता है.

विभिन्न फसलों (केवल खरीफ और रबी) के उत्पादन का विवरण इस प्रकार हैः
– खरीफ खाद्यान्न – 1541.87 लाख मीट्रिक टन: रबी खाद्यान्न- 1551.61 लाख मीट्रिक टन
– खरीफ चावल -1114.58 लाख मीट्रिक टन: रबी चावल – 123.57 लाख मीट्रिक टन
– गेहूं- 1120.19 लाख मीट्रिक टन
– खरीफ मक्का – 227.20 लाख मीट्रिक टन: रबी मक्का – 97.50 लाख मीट्रिक टन
– खरीफ श्रीअन्न – 128.91 लाख मीट्रिक टन: रबी श्रीअन्न – 24.88 लाख मीट्रिक टन
– तूर – 33.39 लाख मीट्रिक टन
– चना- 121.61 लाख मीट्रिक टन
– खरीफ तिलहन- 228.42 लाख मीट्रिक टन: रबी तिलहन- 137.56 लाख मीट्रिक टन
– सोयाबीन – 125.62 लाख मीट्रिक टन
– रेपसीड और सरसों – 126.96 लाख मीट्रिक टन
– गन्ना- 4464.30 लाख मीट्रिक टन
– कपास – 323.11 लाख गांठें (प्रत्येक 170 किलोग्राम)
– जूट – 92.17 लाख गांठें (प्रत्येक 180 किलोग्राम)
– खरीफ खाद्यान्न उत्पादन 1541.87 लाख मीट्रिक टन: रबी खाद्यान्न उत्पादन 1551.61 लाख मीट्रिक टनवर्ष 2023-24 में खरीफ चावल का उत्पादन 1114.58 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है, जो 2022-23 के 1105.12 लाख मीट्रिक टन की तुलना में 9.46 लाख मीट्रिक टन की वृद्धि दर्शाता है. वहीं रबी चावल का उत्पादन 123.57 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है और गेहूं का उत्पादन 1120.19 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष के 1105.54 लाख मीट्रिक टन उत्पादन की तुलना में 14.65 लाख मीट्रिक टन अधिक है.

श्रीअन्न (खरीफ) का उत्पादन 128.91 लाख मीट्रिक टन और श्रीअन्न (रबी) का उत्पादन 24.88 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है. ज्वार (खरीफ) और ज्वार (रबी) का उत्पादन क्रमशः 15.46 लाख मीट्रिक टन और 24.88 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष की तुलना में क्रमशः 0.66 लाख मीट्रिक टन और 1.66 लाख मीट्रिक टन अधिक है.

इस के अलावा, पोषक व मोटे अनाज (खरीफ) का उत्पादन 356.11 लाख मीट्रिक टन और पोषक व मोटे अनाज (रबी) का उत्पादन 144.61 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है.

तूर का उत्पादन 33.39 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है, जो पिछले साल के उत्पादन 33.12 लाख मीट्रिक टन के लगभग बराबर है. इस के अलावा तूर की कटाई अभी भी जारी है, जिस के परिणामस्वरूप क्रमिक अनुमानों में और भी बदलाव हो सकते हैं.

चने का उत्पादन 121.61 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष के चने के उत्पादन से थोड़ा कम है, लेकिन औसत (वर्ष 2018-19 से 2022-23) चने के उत्पादन से अधिक है. मसूर का उत्पादन 16.36 लाख मीट्रिक टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष के 15.59 लाख मीट्रिक टन उत्पादन से 0.77 लाख मीट्रिक टन अधिक है.

सोयाबीन का उत्पादन 125.62 लाख मीट्रिक टन और रेपसीड और सरसों का उत्पादन 126.96 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है, जो पिछले साल के उत्पादन के लगभग बराबर है. हालांकि औसत उत्पादन से 20.57 लाख मीट्रिक टन अधिक है.

कपास का उत्पादन 323.11 लाख गांठें (प्रत्येक गांठ 170 किलोग्राम) और गन्ने का उत्पादन 4464.30 लाख मीट्रिक टन होने का अनुमान है.

खरीफ फसलों के उत्पादन अनुमान तैयार करते समय फसल कटाई प्रयोग (सीसीई) आधारित उपज पर विचार किया गया है. हालांकि राज्य अभी भी खरीफ सीसीई के परिणामों को संकलित करने की प्रक्रिया में है. इस के अलावा कुछ फसलों जैसे तूर, गन्ना, अरंडी आदि की सीसीई अभी भी जारी है.

रबी फसलों का उत्पादन प्रारंभिक बोए गए क्षेत्र की रिपोर्ट और औसत उपज पर आधारित है. इसलिए, सीसीई के आधार पर बेहतर उपज अनुमान प्राप्त होने पर ये आंकड़े क्रमिक अनुमानों में परिवर्तन के अधीन हैं. विभिन्न जायद फसलों का उत्पादन आगामी तीसरे अग्रिम अनुमान में शामिल किया जाएगा.

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