रांची: 13 मार्च 2024. केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण और जनजातीय कार्य मंत्री अर्जुन मुंडा की पहल पर कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय के तत्वावधान में पूर्वी भारत में शहद क्रांति का आगाज किया.

झारखंड में अंतर्राष्ट्रीय स्तर की अत्याधुनिक बड़ी शहद टैस्टिंग लैब स्थापित की गई. इस का शिलान्यास 14 मार्च को केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा ने किया. इस क्षेत्र के हनी हब बनने से शहद उत्पादक हजारों किसानों को घरेलू बाजार में विस्तार के साथ ही निर्यात के अवसर मिलेंगे, जिस से उन का जीवनस्तर ऊंचा उठेगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में देश में कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों और किसानों को प्राथमिकता सरकार सदैव प्राथमिकता देती रही है. इसी क्रम में झारखंड एवं आसपास के राज्यों बिहार, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल, ओडिशा आदि की अनूठी शहद किस्मों को अंतर्राष्ट्रीय पहचान देने के उद्देश्य से केंद्र सरकार के संस्थानों द्वारा मंत्री अर्जुन मुंडा की पहल पर अत्याधुनिक वृहद शहद परीक्षण प्रयोगशाला और अन्य परियोजनाओं की स्वीकृति प्रदान की गई.

इन का शिलान्यास कार्यक्रम भाकृअनुप-राष्ट्रीय कृषि उच्चतर प्रसंस्करण संस्थान, नामकुम, रांची, झारखंड में 14 मार्च को हुआ. इस अवसर पर क्षेत्रीय सांसद संजय सेठ, विधायक राजेश कच्छप सहित अन्य जनप्रतिनिधि एवं गणमान्यजन उपस्थित रहे.

इस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में किसान और मधुमक्खीपालक शामिल हुए. इस अवसर पर एकीकृत मधुमक्खीपालन विकास केंद्र एवं मधुमक्खीपालन और बांस संवर्धन परियोजना की भी सौगातें प्रदान की गईं. राष्ट्रीय मधुमक्खीपालन एवं शहद मिशन और कृषि विज्ञान केंद्र, खूंटी, रांची, गुमला, सिमडेगा, सराईकेला, पश्चिमी सिंहभूम सहित विभिन्न संस्थान इस में सहभागी रहे.

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