रायसेन : राज्य शासन ने “मुख्यमंत्री दुधारू पशु प्रदाय कार्यक्रम’’ के रूप में लागू किया है. कार्यक्रम में अब हितग्राही की मंशा के अनुसार दुधारू गाय के अलावा भैंस भी प्रदाय की जा सकेगी. साथ ही, इस का लाभ अब विशेष पिछड़ी जनजाति बैगा के साथ सहरिया और भारिया को भी मिलेगा. जनजातियों की कमजोर माली हालात को देखते हुए हितग्राही अंशदान की राशि 25 फीसदी से घटा कर 10 फीसदी कर दी गई है.
पशुपालकों को प्रति 2 दुधारू पशु गाय/भैंस दी जाएगी. कार्यक्रम में 90 फीसदी सकीय अनुदान और 10 फीसदी हितग्राही अंशदान होगा. खरीदे गए सभी पशुओं का बीमा होगा. मिल्क रूट और दुग्ध समितियों का गठन मध्य प्रदेश दुग्ध महासंघ और पशुपालन विभाग द्वारा किया जाएगा. गाय प्रदाय के लिए 1 लाख, 89 हजार 250 रुपए और भैंस के लिए 2 लाख, 43 हजार रुपए की राशि निर्धारित की गई है. गौ प्रदाय में 1 लाख, 70 हजार, 325 रुपए शासकीय अनुदान और बाकी 18 हजार, 925 रुपए हितग्राही अंशदान होगा. भैंस प्रदाय में 2 लाख, 18 हजार, 700 रुपए का शासकीय अनुदान और महज 24 हजार, 300 रुपए हितग्राही का अंशदान होगा.
कार्यक्रम का उद्देश्य दुग्ध उत्पादन और पशुओं की दुग्ध उत्पादक क्षमता में वृद्धि, रोजगार के नवीन अवसर द्वारा हितग्राहियों की आर्थिक स्थिति में सुधार और उच्च उत्पादक क्षमता के गायभैंस वंशीय पशुओं की उपलब्धता सुनिश्चित करना है.
हितग्राही को आवेदन निर्धारित प्रपत्र में अपने निकटतम पशु चिकित्सा संस्था या दुग्ध सहकारी समिति को देना होगा. चयनित हितग्राहियों को पशुपालन, पशु आहार और पशु प्रबंधन प्रशिक्षण के साथ परिचयात्मक दौरा भी करवाया जाएगा.