हिसार: चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के फ्लैचर भवन के सभा कक्ष में सेवानिवृत्त कर्मचारियों के लिए सेवा सम्मान समारोह का आयोजन किया गया. इस कार्यक्रम में कुलपति प्रो. बीआर कंबोज मुख्य अतिथि थे. उन्होंने अगस्त, सितंबर, अक्तूबर व नवंबर माह के दौरान 25 सेवानिवृत्त हुए विश्वविद्यालय के कर्मचारियों को शाल और स्मृति चिह्न भेंट कर सम्मानित किया गया. कुलपति प्रो. बीआर कंबोज ने सेवानिवृत्त कर्मचारियों की सेवाओं की प्रशंसा की.
उन्होंने कहा कि सभी ने मिल कर विश्वविद्यालय को ऊंचाई पर ले जाने का काम किया है. यह अधिकारियों एवं कर्मचारियों के द्वारा किए गए उल्लेखनीय कामों का ही नतीजा है कि विश्वविद्यालय आज अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अपनी अलग पहचान बनाए हुए है.
उन्होंने यह भी कहा कि विश्वविद्यालय सदैव सेवानिवृत्त कर्मचारियों का ऋणी रहेगा. आप के द्वारा दिए गए योगदान का ऋण उतारा नहीं जा सकता. कर्मचारी अपनेआप को सेवानिवृत्त न समझ कर परिवार व समाज को अपनी सेवाएं प्रदान करें. उन्हें विश्वविद्यालय से जुड़े रह कर भी उस के विकास में अपना सकारात्मक योगदान देते रहना चाहिए.
उन्होंने कर्मचारियों से विश्वविद्यालय के प्रति अपनी निष्ठा बनाए रखने और भावी पीढ़ी से अपने अनुभव साझा करने का आह्वान किया, ताकि वे भी उन की तरह सहनशीलता के साथ कार्य निष्पादन कर सकें.
कुलपति प्रो. बीआर कंबोज ने अधिकारियों से कहा कि जब कभी भी रिटायर्ड कर्मचारी विश्वविद्यालय में आएं, तो उन्हें उचित मानसम्मान दिया जाए.
विश्वविद्यालय के वित्त नियंत्रक नवीन जैन ने रिटायर हुए कर्मचारियों का स्वागत करते हुए कहा कि विश्वविद्यालय के दरवाजे सदैव रिटायर कर्मचारियों के लिए खुले हुए हैं. वह अपने काम के लिए किसी भी समय यहां आ सकते हैं. उन्होंने रिटायर हुए कर्मचारियों को मिलने वाले लाभों की विस्तार से जानकारी दी.
रजिस्ट्रार डा. बलवान सिंह मंडल ने सेवानिवृत्त वैज्ञानिकों व कर्मचारियों को बधाई दी, साथ ही उन के अच्छे स्वास्थ्य व लंबी उम्र की कामना की.
इस अवसर पर ओएसडी डा. अतुल ढ़ींगड़ा, मीडिया एडवाइजर डा. संदीप आर्य व अंशुल भी उपस्थित रहे.
विश्वविद्यालय से गत 4 माह में कुल 5 वैज्ञानिक और 20 गैरशिक्षक कर्मचारी रिटायर हुए.
वैज्ञानिकों में डा. तेजेंदर पाल मलिक, डा. कुशल राज, डा. राकेश महरा, डा. योगेंद्र कुमार यादव व डा. एसएस जाखड़ हैं, जबकि गैरशिक्षक कर्मचारियों में सुदेश, राकेश कुमार, मदन लाल, शिव सेवक, अल्का अरोड़ा, केशव प्रसाद, शशि बाला, राममेहर सिंह, अशोक कुमार, राजेंद्र कुमार, बहादुर सिंह, पृथ्वी सिंह, मोहन लाल, छांगा राम, रामबाई, रतन सिंह, सियाराम, सतनारायण, कर्ण सिंह व रमेश कुमार शामिल हैं.