आज के समय में वह मिठाई सब से ज्यादा पसंद की जा रही है, जो कम मीठी हो और बिना किसी खास रखरखाव के लंबे समय तक चल सके. नारियल से तैयार होने वाला लड्डू अपनी इसी खूबी की वजह से पसंद किया जा रहा है.
नारियल के लड्डू को खास बनाने के लिए इस में खोया या मेवा मिलाया जा सकता है. केवल चीनी और नारियल को मिला कर भी लड्डू तैयार किया जा सकता है.
देहातों में नारियल चीनी वाले लड्डू का खूब इस्तेमाल होता है. यह कीमत में सस्ता होता है. शहरों में नारियल लड्डू को खास बनाने के लिए इस में बहुत थोड़ा सा खोया और मेवा मिला दिया जाता है. इस से नारियल लड्डू काफी अलग हो जाता है.
नारियल लड्डू का कारोबार करने से पहले यह देखना जरूरी है कि किस तरह के लड्डू की मांग है. जिस तरह के लड्डू की मांग हो, उस तरह के लड्डू को ही बनाना मुनाफे का सौदा हो सकता है.
नारियल जैसा लाभदायक कोई फल नहीं होता है. अंगरेजी शब्द ‘कोकोनट’ असल में स्पेनिश ‘कोको’ से बना है. इस मतलब ‘बंदर का चेहरा’ होता है. नारियल समुद्री किनारों वाली जगहों पर पाया जाता है. भारत में यह केरल, पश्चिम बंगाल, ओडिशा, महाराष्ट्र, मुंबई और गोवा में खूब पाया जाता है.
नारियल अकेला ऐसा पेड़ है जो पूरे साल फल देता है. साल में एक पेड़ 60 फल देता है. कुछ सालों बाद नारियल का यह पेड़ साल में 3 बार भी फल देने लगता है.
नारियल में अपनी मिठास होती है, पर यह मिठास कोलैस्ट्रोल और फैट फ्री होती है.
नारियल एक ऐसा फल है, जिस को हर तरह से खाने के प्रयोग में लाया जा सकता है. जब यह कच्चा होता है तो इस का पानी पीने से शरीर को ताकत मिलती है. कच्चा नारियल कई तरह का खाना बनाने के काम आता है.
पका नारियल मेवा बिरादरी में शामिल हो जाता है और मेवों के साथ इस का प्रयोग किया जाता है. जिन लोगों को खोया या छेना की मिठाई पसंद नहीं आती, वह नारियल से बनी बरफी और लड्डू का इस्तेमाल कर सकते हैं. पका नारियल जिसे कुछ जगहों पर गरी भी कहा जाता है, का प्रयोग कर के नारियल लड्डू तैयार किया जाता है.
भारत के समुद्रतट से लगे प्रदेशों में नारियल का इस्तेमाल कर के तमाम तरह की खाने की चीजें बनाई जाती हैं. अब भारत के दूसरे प्रदेशों में भी नारियल का इस्तेमाल बढ़ रहा है. इस वजह से नारियल की खेती और उस के कारोबार पर खासा असर पड़ रहा है.
नारियल के इस्तेमाल से अब बहुत सी मिठाइयां बनने लगी हैं. इस वजह से अब लोगों में नारियल से बनी मिठाई खाने का शौक बढ़ रहा है. इस वजह से पूरे साल मिठाई की दुकानों पर नारियल मिठाई बनती रहती है.
नारियल से बनने वाली मिठाइयों में नारियल लड्डू सब से खास है. जो लोग कम मीठी मिठाई खाने के शौकीन होते हैं, खोया और छेना की मिठाई से परहेज करते हैं, वे नारियल से बने लड्डू का इस्तेमाल कर सकते हैं.
ऐसे बनती है नारियल मिठाई
नारियल लड्डू तैयार करने के लिए
1 किलोग्राम नारियल बुरादे में 250 ग्राम भुना हुआ खोया और सवा किलोग्राम चीनी को इस्तेमाल में लाया जाता है. 1 लिटर पानी में चीनी डाल कर उबाल लें. इस के बाद इस में खोया और नारियल का बुरादा डाल दें. जब पानी सूख जाए तो उसे एक बरतन में डाल कर रख दें.
नारियल का लड्डू बनाने के लिए चीनी और पानी के घोल में पिसी केसर डाल दें जिस से नारियल का रंग लड्डू जैसे दिखने लगेगा. इस को लड्डू आकार का बना लें. नारियल की स्वीट बनाना बेहद आसान होता है. नारियल लड्डू खोया और मेवा के इस्तेमाल से भी बनते हैं. ज्यादातर लड्डू सफेद रंग के होते हैं. केसर का इस्तेमाल कर के कुछ लड्डू अलग रंग के तैयार किए जाते हैं. केसर और सफेद रंग के नारियल लड्डू सब से ज्यादा पसंद किए जाते हैं. यह मिठाई 200 रुपए प्रति किलोग्राम से ले कर 500 रुपए तक की कीमत में मिलती है.