भागलपुर : कुलपति डा. डीआर सिंह द्वारा कृषि ज्ञान वाहन को हरी झंडी दिखा कर भेजा गया. कृषि एवं पशुपालन के चहुंमुखी उत्थान के उद्देश्य से बिहार सरकार द्वारा प्रदत्त इस ज्ञान वाहन से मिट्टी जांच की सुविधा, किसानों को फसल विशेष के लिए उर्वरक व्यवहार की मात्रा, पशुओं की समस्याओं का त्वरित निदान, कीटबीमारी सहित खरपतवार की पहचान एवं उस के प्रबंधन की जानकारी प्राप्त होगी.

कृषि ज्ञान वाहन द्वारा गोरडीह पंचायत के पिपरा गांव में किसानों को कृषि की नवीनतम जानकारी उपलब्ध कराने के साथ उन्हें जागरूक करने का कार्यक्रम किया गया. इस अवसर पर विश्वविद्यालय के सभी अधिष्ठाता, निदेशक और वैज्ञानिकों के साथ ही भागलपुर के सहनिदेशक, कृषि, मौजूद रहे.

इस अवसर पर कुलपति डा.  डीआर सिंह ने कहा, "कृषि ज्ञान वाहन द्वारा हम किसानों के द्वार पर पहुंच रहे हैँ. इस के माध्यम से पशुपालन, बागबानी या खेती में आने वाली समस्याओं का निदान किया जाएगा. अब किसानों को अपनी समस्या को ले कर इधरउधर भटकने की जरूरत नहीं है, बल्कि उस का निदान उन के द्वार पर ही हो जाएगा."

कृषि ज्ञान वाहन (Agricultural Knowledge Vehicle)

क्या खास है कृषि ज्ञान वाहन में

किसानों के ज्ञान संवर्धन के लिए तकनीकी फिल्मों का प्रदर्शन के लिए 2 बड़ीबड़ी एलईडी स्क्रीनें लगाई गई हैं. इस के माध्यम से मिट्टी जांच नमूनों का संग्रह किया जाएगा, जिस की रिपोर्ट किसानों तक भेजी जाएगी. कृषि से जुड़ी समस्याओं को किसानों के द्वार पर निराकरण करने की सुविधा इस वाहन में मौजूद है. इस के माध्यम से कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों से जुड़ी व्यवहारिक समस्याओं का निदान संभव हो पाएगा. खाद्यान्न/बागबानी/अन्य फसलों के कीटबीमारी के साथसाथ पशु एवं पक्षी की सेहत संबंधी समस्याओं का समाधान किया गया. इस के माध्यम से कृषि उपादानों जैसे बीज, जैविक खाद, तरल बायोफर्टिलाइजर सहित मशरूम स्पान आदि उपलब्ध कराया जाएगा.

आगे की कहानी पढ़ने के लिए सब्सक्राइब करें

डिजिटल

(1 साल)
USD10
सब्सक्राइब करें

डिजिटल + 24 प्रिंट मैगजीन

(1 साल)
USD79
सब्सक्राइब करें
अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें...