लुधियाना : 7 जून, 2024 :  जैविक कृषि कंपनी, आईपीएल बायोलौजिकल लिमिटेड ने अत्याधुनिक बायोफंगीसाइड एगेनोर लौंच किया. इस के लिए इस ने पंजाब कृषि विश्वविद्यालय (पीएयू) के साथ साझेदारी की है. यह किसानों के सामने आने वाली चुनौतियों का समाधान करने के लिए विकसित किया गया है.

एमओयू के माध्यम से इसे औपचारिक रूप दिया गया है. यह एमओयू बकाने रोग जैसे दीर्घकालिक समस्याओं के समाधान को विकसित करेगा. इस रोग ने धान उगाने वाले किसानों को गंभीर रूप से प्रभावित किया है.

एगेनोर ने बकाने रोग को नियंत्रित करने में असाधारण प्रभावकारिता का प्रदर्शन किया है. इस रोग को फुट रौट के रूप में भी जाना जाता है. यह एक हानिकारक बीजजनित रोग है, जो सालाना 3 फीसदी से 95 फीसदी तक उपज में कमी का कारण बन सकती है.

अपनी कृषि पद्धति में एगेनोर को शामिल कर किसान अपनी पैदावार में काफी इजाफा कर सकते हैं. इस के अतिरिक्त यह उत्पाद गुणवत्ता सुनिश्चित करता है वह भी बहुत ही वाजिब कीमतों पर. इस से किसानों को अधिकतम लाभ होता है.

एगेनोर का यह स्ट्रेन पीएयू के प्रतिष्ठित वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है. आईपीएल बायोलौजिकल ने इस साझेदारी का लाभ उठाते हुए अनुसंधान और विकास का नेतृत्व किया और उत्पाद को एक वैटेबल पाउडर में तैयार किया. इसे केंद्रीय कीटनाशक बोर्ड और पंजीकरण समिति (सीआईबी और आरसी) के तहत ट्राइकोडर्मा स्पेरेलम 2 फीसदी डब्ल्यूपी के रूप में रजिस्टर किया गया है. इसे ही अब एगेनोर के नाम से जाना जाता है.

आईपीएल बायोलौजिकल के अध्यक्ष हर्षवर्धन भागचंदका ने कहा, “हमें विश्वास है कि एगेनोर बकाने रोग को प्रभावी ढंग से नियंत्रित कर के और फसल की पैदावार में सुधार कर के धान उगाने वाले किसानों को बहुत लाभ पहुंचाएगा.”

पंजाब कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति डा. सतबीर सिंह गोसल ने कहा, “आईपीएल बायोलौजिकल के साथ हमारा सहयोग कृषि अनुसंधान को आगे बढ़ाने में साझेदारी के महत्व पर प्रकाश डालता है. एगेनोर का विकास धान उगाने वाले किसानों के लिए एक सफलता है, खासकर उन इलाकों में जहां बकाने रोग होना आम बात है. हमारा मानना है कि यह उत्पाद फसल की सुरक्षा और उपज के  सुधार में महत्वपूर्ण अंतर लाएगा.”

बकाने रोग उत्तर भारत में, विशेषकर बासमती चावल उगाने वाले इलाकों में एक बड़ी समस्या है. पीएयू के वैज्ञानिकों ने अपने व्यापक अनुभव के साथ इसे नियंत्रित करने में सक्षम स्ट्रेन की पहचान की है. आईपीएल बायोलौजिकल ने संपूर्ण अनुसंधान और विकास में लगभग 4 साल का समय लगाया. उस के बाद सभी आवश्यक लाइसैंस और पंजीकरण सुरक्षित करने के लिए 3 साल लगे. आखिरकार किसानों के लिए एगेनोर जैसा उत्पाद उपलब्ध हो सका.

आईपीएल बायोलौजिकल लिमिटेड कृषि के लिए जैविक समाधानों में माहिर है. इस के पास कीट प्रबंधन, पौधों के पोषक तत्व, स्वास्थ्य प्रबंधन और मिट्टी प्रबंधन के लिए 60 से अधिक उत्पादों के साथ जैव उर्वरक और जैव कीटनाशकों का व्यापक पोर्टफोलियो है. ये उत्पाद अपनी उच्च गुणवत्ता और असर के लिए प्रसिद्ध है.

आईपीएल बायोलौजिकल टैक्नोलौजी एंड इनोवेशन सैंटर में विभिन्न विशेषज्ञता के 50 से अधिक वैज्ञानिकों की एक टीम उन्नत और उच्च तकनीक जैव प्रौद्योगिकियों के माध्यम से जैव उत्पादों का विकास कर रही है. आईपीएल के पास एक अत्याधुनिक निर्माण इकाई है, जिस ने विभिन्न उपयोगकर्ता के अनुकूल फार्मूलेशन में माइक्रोबियल आधारित उत्पादों के निर्माण की कला में महारत हासिल की है. यह उच्च तकनीक वाली सैप्टिक रोकने वाली परिस्थितियों को लागू करती है.

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