बडवानी : राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना से लाभान्वित जिले के ग्राम घटवा निवासी  संजय चौहान ने अपने ग्राम में ‘सांई गोट फार्म’ नाम से बकरीपालन इकाई संचालित की है. इस योजना के तहत संजय चौहान ने एक करोड़ रुपए की राशि का 525 बकरियों के पालन के लिए लोन लिया है.

योजना के तहत बैंक औफ इंडिया शाखा ठीकरी से संजय का लोन मंजूर हुआ है, साथ ही, संजय को 50 लाख रुपए की राशि की सब्सिडी भी भारत सरकार से प्राप्त हुई है.

विगत दिनों संजय चौहान के बकरीपालन केंद्र का निरीक्षण कलक्टर डा. राहुल फटिंग ने भी किया.  संजय के बकरीपालन इकाई एवं नई पद्धति की कलक्टर डा. राहुल फटिंग ने भी प्रशंसा की. इस दौरान  संजय ने उन्हें बताया कि उन के फार्म में बरबरी, सोजत, सिरोही प्रजाति की 525 बकरियां हैं, जिन्हें वे प्रदेश के बाहर के स्थानों से ले कर आए हैं.

उन्होने बकरियों के लिए हवादार एवं तकनीक से युक्त फार्म बनाया है. बकरियों के खाना एवं पानी के लिए अलगअलग बाड़े भी बनाए हैं.

राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना के उपसंचालक, पशुपालन, डा. सीके रत्नावत ने बताया कि राष्ट्रीय पशुधन मिशन योजना भारत सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है. इस योजना का मुख्य उद्देश्य पशुपालकों की आय को बढ़ाना है. इस योजना में बकरीपालन 100 से 500 बकरियों की इकाई है. 500 बकरियों के लिए इकाई लागत 87.30 लाख रुपए हैं. मुरगीपालन में 2000 पैरेंटल पक्षी हैचरी इकाई है. इकाई लागत 34.73 रुपए है. चारा विकास योजना में साइलेज एवं फाडर ब्लौक बनाने के लिए इकाई लागत 85.00 लाख रुपए है. 50 फीसदी अनुदान प्रदान किया जाता है. बकरीपालन में अधिकतम अनुदान 50.00 लाख रुपए है. मुरगीपालन में अधिकतम 25.00 लाख और फाडर ब्लौक एवं साइलेज में अधिकतम अनुदान 50.00 लाख रुपए है.

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