सीहोर : मध्य प्रदेश के सीहोर जिले में प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना का क्रियान्वयन किया जा रहा है. योजनान्तर्गत मत्स्यपालन से जुड़े किसानों अथवा मात्स्यिकी से जुड़ने के लिए इच्छुक व्यक्तियों से आवेदन आमंत्रित किए गए हैं.
इस संबंध में सहायक संचालक मत्स्योद्योग ने विभाग के मत्स्य निरीक्षकों को निर्देश जारी करते हुए कहा है कि योजना के क्रियान्वयन के लिए जिले में व्यापक प्रचारप्रसार किया जाना सुनिश्चित करें और योजना का अपने प्रभार के विकासखंडों में आवेदन प्राप्त कर कार्यालय में प्रस्तुत करें. आवेदनकर्ताओं को यह भी सूचित करें कि जिला स्तर की समिति के प्रशासनिक अनुमोदन के पश्चात ही इसे अंतिम रूप दिया जाएगा.
भारत सरकार के मात्स्यिकी विभाग के लिए प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना क्रियान्वित की जा रही है. योजना का मुख्य ध्येय मछली उत्पादन एवं उत्पादकता में वृद्धि, गुणवत्ता, तकनीकी, आधारभूत संरचना एवं प्रबंधन के अंतर को कम करना, मूल्य श्रृंखला का आधुनिकीकरण एवं सुदृढीकरण, मजबूत मत्स्यपालन-प्रबंधन ढांचा की स्थापना एवं मछुआरों का कल्याण, जिस से मछुआरों एवं मत्स्य किसानों की आय दोगुनी होगी और इस प्रकार यह सामाजिक, भौतिक एवं आर्थिक सुरक्षा प्रदान करने में सहायक होगा.
इन चीजों के लिए मिलेगा अनुदान
सहायक संचालक मत्स्योद्योग विभाग ने बताया कि योजना के अंतर्गत मत्स्य बीज उत्पादन के लिए नए मत्स्य हैचरी की स्थापना, नवीन मत्स्य बीज संवर्धन के लिए रियरिंग पोखर, तालाब का निर्माण, नवीन तालाब का निर्माण, मिश्रित मत्स्यपालन, पंगेशियस, तिलापिया मछली पालने के लिए इनपुट्स की व्यवस्था, जलाशय में मत्स्य अंगुलिकाओं का संचयन, रंगीन मछली की ब्रीडिंग एवं रियरिंग के लिए इकाई की स्थापना, आरएएस की स्थापना, बायोफ्लाक्स की स्थापना, जलाशयों में केज कल्चर की स्थापना कर मत्स्यपालन पर, पेन कल्चर पर अनुदान, मत्स्य कोल्ड स्टोरेज/आइस प्लांट का निर्माण अथवा आधुनिकीकरण पर, रेफ्रिजेरेटेड वाहन खरीद पर, इंसुलेटेड वाहन खरीद पर, आइस बौक्सयुक्त मोटरसाइकिल खरीद पर, मछली बिक्री हेतु ई-रिक्शा खरीद पर अनुदान किया जा रहा है.
विभाग ने बताया कि फिश फीड मिल/प्लांट पर, खुदरा मछली बाजार का निर्माण पर, मछली कियोस्क के निर्माण पर, फिश वैल्यू एड एंटरप्राइज यूनिट पर, फिश की ई-ट्रेडिंग और फिश से जुड़े उत्पाद के लिए ई – प्लेटफार्म पर, परंपरागत मछुआरों के लिए नाव एवं जाल का प्रावधान पर, ब्रूड बैंक की स्थापना पर, थोक मछली बाजार का निर्माण पर, डायग्नोस्टिक डिसीज और क्वालिटी लेवल/क्लिनिक्स पर अनुदान देय होगा.
योजना में सम्मिलित गतिविधियों से लाभ लेने के लिए मत्स्य किसान अथवा मात्स्यिकी से जुड़ने के लिए इच्छुक व्यक्तियों से गत वर्ष की भांति आवेदन आमंत्रित किए जाते हैं.