भोपाल: मत्स्य विभाग के अंतर्गत नील क्रांति योजना में मत्स्य बीज उत्पादन के लिए सर्कुलर हैचरी उच्च गुणवत्ता का मत्स्य बीज उत्पादन किया जाता है और रोजगार का लाभ भी ले सकते हैं.
योजना में सभी तबके के इच्छुक व्यक्ति, जो हैचरी निर्माण कर, मत्स्य बीज उत्पादन से स्वयं का रोजगार स्थापित करना चाहते हों, वे जिले के मत्स्य विभाग के अधिकारी और क्षेत्रीय अधिकारियों को आवेदन प्रस्तुत कर सकते हैं.
भोपाल के मत्स्य अधिकारी ने बताया कि योजना में इकाई लागत राशि 25 लाख रुपए की होती है, जिस में हितग्राही को 50 फीसदी का अनुदान दिया जाता है.
मत्स्य अधिकारी ने यह भी जानकारी दी कि मत्स्य बीज उत्पादन के लिए सर्कुलर हैचरी की स्थापना कर स्वयं का रोजगार प्राप्त करने के लिए हितग्राही के नाम से 2.00 हेक्टेयर से अधिक भूमि दस्तावेज के साथ आवश्यक अनुमति होनी चाहिए. चयनित हितग्राही के लिए योजना निर्माण कार्य के लिए उपर्युक्त स्थल का चयन, भूमि का नक्शा एवं खसरा संबंधित सभी दस्तावेज होना आवश्यक है.
हितग्राही स्वयं के व्यय से राष्ट्रीयकृत बैंकों से वित्तीय सहायता प्राप्त कर सकता है. सहायक यंत्री, तकनीकी अधिकारियों द्वारा भूमि के निरीक्षण के उपरांत प्लान और एस्टीमेट बनाया जाएगा. हितग्राही को संबंधित विषय का प्रशिक्षण प्राप्त करना आवश्यक होगा. निर्माण कार्य तकनीकी अमले के निर्देशन में किया जाएगा.
हितग्राही को शासकीय दर से मत्स्यपालकों को मत्स्य बीज विक्रय करना होगा और हैचरी निर्माण के पश्चात हैचरी में सुधार, मरम्मत व प्रबंधन स्वयं करना होगा. हितग्राही की प्रशिक्षण अवधि 5 दिवस की होगी.