निवाड़ी: शासन द्वारा संचालित एनआरएलएम के अंतर्गत स्वयंसहायता समूह से जुड़ कर अन्य दीदियों के साथ ही निवाड़ी जिल के गांव रामनगर की रहने वाली मीरा अहिरवार की खेती एवं पशुपालन से न्यूनतम आय सालाना लगभग डेढ़ लाख रुपए से अधिक हो गई. आजीविका मिशन से जुड़ने से उन्हें जो सहारा मिला, उस के कारण आज वे इस स्थिति में पहुंच गई हैं कि उन्हें पूरा समाज जानने एवं पहचानने लगा है. आज वे अपने परिवार को एक खुशहाल जिंदगी जीने का अवसर दे पा रही हैं.

पशुपालक मीरा ने बताया कि समूह से जुड़ कर उन्होंने 10 रुपए की साप्ताहिक बचत से शुरुआत की एवं समूह से छोटेबड़े लोन ले कर अपने परिवार की जरूरत को पूरी किया. समूह से जुड़ने के बाद समूह द्वारा उन्हें पहली बार 1000 रुपए की आरएफ राशि मिली, जिसे उन्होंने एक महीने बाद चुका दिया. इस के बाद उन्होंने समूह से 10000 रुपए लिए और उन रुपयों से सब से पहले जैविक खाद उपयोग कर खेत की उर्वराशक्ति बढ़ाई गई.

इस के लिए उन्होंने एक भैंस एवं कुछ बकरियां लीं, जिस से और आमदनी बढ़ी और समूह से लिया गया पैसा समय पर चुका दिया. उन्होंने बताया कि मुझे साल में लगभग डेढ़ लाख रुपए से अधिक आय हो रही है.

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