हिसार : लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के सर्जरी विभाग में 10 दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरूआत हुई. कार्यक्रम का उद्घाटन करते हुए लुवास के मानव संसाधन एवं प्रबंधन निदेशक डा. राजेश खुराना ने बताया कि सर्जरी एवं एनेस्थीसिया में नईनई तकनीक एवं दवाएं आती रहती हैं और एक अच्छे सर्जन को लगातार इस से अवगत रहने की आवश्यकता होती है. इस में यह कार्यक्रम बहुत लाभदायक सिद्ध होगा.

पशु चिकित्सा महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. गुलशन नारंग ने बताया कि लुवास का सर्जरी विभाग पूरे भारत में काफी प्रतिष्ठित है. इस विभाग का बड़े पशुओं की सर्जरी में काफी योगदान है.

भैंसों में डायफ्रामेटिक हर्निया एवं जनरल एनेस्थीसिया में यह विभाग अग्रणी एवं पथ प्रदर्शक रहा है. उन्होंने आशा व्यक्त की कि प्रतिभागी अवश्य ही अच्छी तकनीक सीख कर जाएंगे व अपने क्षेत्र के पशुओं एवं लोगों का कल्याण करेंगे.

सर्जरी एवं रेडियोलौजी विभाग के विभागाध्यक्ष डा. आरएन चौधरी ने बताया कि इस 10 दिवसीय (2 सितंबर से 11 सितंबर) में 20 प्रशिक्षनार्थी भाग ले रहे हैं, जो भारत के विभिन्न प्रांतों जम्मूकश्मीर, पंजाब, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, बिहार, ओड़िसा, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, आंध्र प्रदेश एवं कर्नाटक से आए हैं. इन्हें बड़े पशु (गाय, भैंस) और छोटे पालतू पशुओं में की जाने वाली विभिन्न सर्जिकल बीमारियों एवं इन के एनेस्थीसिया में प्रशिक्षित किया जाएगा.

कार्यक्रम का संचालन डा. प्रियंका और धन्यवाद ज्ञापन प्रशिक्षण संयोजक डा. राम निवास ने किया. इस में डा. नीरज, डा. दिनेश, डा. सतबीर शर्मा सहित अन्य संकाय प्रशिक्षक उपस्थित रहे.

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