हिसार: लाला लाजपत राय पशु चिकित्सा एवं पशु विज्ञान विश्वविद्यालय के पशु चिकित्सा नैदानिक परिसर में आयोजित पशुओं की बीमारियों के डायग्नोस्टिक चिकित्सा में इमेजिंग तकनीकों के विषय में तीनदिवसीय राष्ट्रीय कार्यशाला एवं प्रशिक्षण के समापन समारोह के अवसर पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. (डा.) विनोद कुमार वर्मा बतौर मुख्य अतिथि शामिल हुए.

इस अवसर पर कुलपति डा. विनोद कुमार वर्मा ने अपने संबोधन में कहा कि इस प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान प्रतिभागियों द्वारा दिया गया समय भविष्य में उन के लिए अत्यंत लाभदायक रहेगा.

उन्होंने प्रतिभागियों को सिखाई गई तकनीकों व विधियों का इस्तेमाल अपने कार्यक्षेत्र में करने के लिए प्रेरित किया.

कुलपति डा. विनोद कुमार वर्मा ने बताया कि लुवास विश्वविद्यालय द्वारा भविष्य में इसी तरह की और भी राष्ट्रीय स्तरीय कार्यशालाएं करवाई जाएंगी, जिस से पशु चिकित्सकों, स्नातकोत्तर छात्रों इत्यादि को उन के विषय में हुए आधुनिक विकास से संबंधित जानकारी व व्यक्तिगत प्रशिक्षण दिया जाएगा.

इस अवसर पर मुख्य अतिथि द्वारा प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र भी वितरित किए गए. उन्होंने पशु चिकित्सा विभाग के प्रशिक्षकों एवं कर्मचारियों को कार्यशाला के सफलतापूर्वक समापन पर बधाई दी.

अनुसंधान निदेशक डा. नरेश जिंदल, कुलसचिव डा. सुरेंद्र सिंह ढाका, स्नातकोत्तर अधिष्ठाता डा. मनोज रोज, छात्र कल्याण निदेशक डा. पवन कुमार और विभिन्न विभागों के विभागाध्यक्ष भी इस अवसर पर मौजूद थे.

प्रशिक्षण के बारे में जानकारी देते हुए पशु चिकित्सा विभाग के विभागाध्यक्ष और इस प्रशिक्षण कार्यशाला के निदेशक डा. ज्ञान सिंह ने बताया कि इस तीनदिवसीय राष्ट्रीय प्रशिक्षण कार्यशाला में देशभर के विभिन्न संस्थानों से 12 प्रतिभागियों ने भाग लिया. इन दौरान उन्हें पशु इमेजिंग तकनीकों में व्यावहारिक प्रशिक्षण के अलावा प्रतिदिन प्रैक्टिकल ट्रेनिंग भी दी गई.

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