उत्तरप्रदेश के श्रीधर पांडेय दिल्ली प्रैस की कृषि पत्रिका ‘फार्म एन फूड’ द्वारा आयोजित कृषि सम्मान अवार्ड 2024 में ‘बैस्ट फार्मर अवार्ड इन हार्वैस्टिंग ऐंड प्रोसैसिंग’ से सम्मानित किए गए.
सिद्धार्थ नगर जनपद के एक छोटे से गांव तेतरी बुजुर्ग में एक सामान्य किसान परिवार में जनमे श्रीधर पांडेय ने अपने सपनों को पूरा करने के लिए कठिन संघर्ष किया. बचपन से ही उन्होंने पढ़ाई के साथसाथ छोटेछोटे व्यवसाय भी किए, जिस में वाहनों का टायर पंचर बनाना भी शामिल था.
श्रीधर पांडेय का लक्ष्य एक कुशल चिकित्सक बनना था, लेकिन आरक्षण, प्रतिस्पर्धा और आर्थिक संकट के कारण उन्हें अपना रास्ता बदलना पड़ा. इस के बावजूद, उन्होंने हार नहीं मानी और विज्ञान वर्ग से स्नातक की परीक्षा पास की.
पिता और परिवार की इच्छा थी कि वे एक कुशल उद्यमी बनें, लेकिन श्रीधर की इच्छा थी कि सरकारी सेवा के माध्यम से एक कुशल जनसेवक बनना. इस दिशा में उन्होंने गौतम बुद्ध जागृति समिति नामक एक सामाजिक संस्था की स्थापना की, जिस का उद्देश्य गरीब, वंचित और पीड़ित वर्ग का आर्थिक और सामाजिक उत्थान करना था.
उन्होंने कृषि को प्रमुखता से लिया और आपदा जोखिम मुक्त कृषि को बढ़ावा दिया, जिस से हजारों किसानों को अपने फसल चक्र को बदलते हुए आय में वृद्धि करने में मदद मिली. उन्होंने किसानों को बिचौलियों से मुक्त करने के लिए एक किसान उत्पादक कंपनी का गठन किया.
25 वर्षों तक भारत सरकार और राज्य सरकार से पैरवी करने के बाद उन्हें सिद्धार्थ नगर जनपद के विश्व विरासत कालानमक धान को पहचान दिलाने में सफलता मिली.
आज श्रीधर पांडेय को सैकड़ों पुरस्कारों के साथ उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा 3 बार पुरस्कार दिया गया है.