बुरहानपुर : ग्राम बसाड़, निंबोला, नसीराबाद, बोरी एवं बुरहानपुर के आसपास के गांवों में उद्यानिकी विभाग एवं कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों द्वारा केला फसल के प्रक्षेत्रों का निरीक्षण किया गया, जिस में पाया गया कि कुछ खेतों में कुछ पौधों पर सीएमवी वायरस के प्रारंभिक लक्षण दिखाई दिए. इस के नियंत्रण एवं बचाव के लिए किसानों को सुझाव दिए गए.

किसानों को सलाह दी गई है कि खेत के आसपास एवं अंदर साफसफाई करें, आवश्यक पोषक तत्वों की पूर्ति की जाए. अनुंशसित उर्वरक मात्रा 15 से 20 फीसदी उर्वरक अधिक डालें, साथ ही जैविक खाद/गोबर की खाद का भी उपयोग करें. रोग से ग्रसित पौधों को उखाड़ कर खेत के बाहर करें या गड्ढे में दबा दें.

प्रभावित खेत में बीमारी फैलाने वाले कीट नियंत्रण के लिए क्लोरोपायरीफास 45 एमएल, एसीफेट 15 ग्राम, स्टीकर 15 एमएल, नीम तेल 50 एमएल को 15 लिटर पानी में मिला कर छिड़काव करें. इमिडाक्लोरोपिड 6 एमएल, एसीफेट 15 ग्राम, स्टीकर 15 एमएल, नीम तेल 50 एमएल को 15 लिटर पानी में मिला कर छिड़काव करें. छिड़काव साफ मौसम में ही किया जाए.

अधिक जानकारी के लिए क्लिक करें...