आम ही एक ऐसा फल है जिसकी बागवानी दुनियां के लगभग सभी देशों में की जाती है. और भारत अकेला एक ऐसा देश है जो दुनियां का करीब 45 फीसदी आम अकेले पैदा करता है.

 


 

देश में उगाये जाने वाले फलों में आम ही एक ऐसा फल है जो अपने अलग-अलग स्वाद, सुगंध और रंगों के लिए जाना जाता है. आम में पाया जाने वाला पोषक गुण भी इसे विशेष बनाता है. इसी लिए इसे फलों के राजा का दर्जा भी प्राप्त है. आम ही एक ऐसा फल है जिसकी बागवानी दुनियां के लगभग सभी देशों में की जाती है. भारत अकेला एक ऐसा देश है जो दुनियां का करीब 45 फीसदी आम अकेले पैदा करता है. देश में आम की कुछ ऐसी ऊन्नत और ख़ास किस्में भी हैं जो अपने रंग, रूप और विशिष्ठ स्वाद के लिए पूरे दुनियां में ख़ास पहचान रखता है. इसी लिए इन किस्मों की मांग दुनियां के कई देशों में है. 

 

अगर किसान अपनी आमदनी बढ़ाना चाहते हैं तो उनके लिए आम की बागवानी एक सफल जरिया बन सकती है. बीते सालों में देश में आम की कुछ ऐसी उन्नत किस्में विकसित किये जाने में सफलता पाई गई है जो परंपरागत किस्मों की अपेक्षा उंचाई में बहुत कम होने के साथ ही कम जगह भी घेरती है. इसके अलावा इनका विशेष रंग, रूप, स्वाद और पोषक गुण भी इन्हें ख़ास बनाता है. इसके चलते इन किस्मों का बाजार रेट भी बहुत अच्छा मिलता है. इनमें से कुछ किस्में तो ऐसी है जो किलो के रेट से न बिक कर पीस के रेट से बिकती हैं. 

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