जयपुर : प्रमुख शासन सचिव कृषि एवं उद्यानिकी वैभव गालरिया की अध्यक्षता में पिछले  दिनों पंत कृषि भवन के समिति कक्ष में उर्वरकों की मांग, आपूर्ति एवं उपलब्धता की समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया, जिस में उर्वरकों व संभावित आपूर्ति के संबंध में कंपनीवार समीक्षा की गई. बैठक में उर्वरक निर्माता एवं आपूर्तिकर्ता फर्मों के प्रतिनिधियों द्वारा भाग लिया गया.

बैठक में वैभव गालरिया ने बताया कि डीएपी, यूरिया, एमपीके, एसएसपी उर्वरकों का मासिक आवंटन, जो कि केंद्र सरकार द्वारा किया जाता है, उस की शतप्रतिशत आपूर्ति होना सुनिश्चित किया जाए.

प्रमुख शासन सचिव ने नैनो यूरिया और नैनो डीएपी को किसानों द्वारा ज्यादा प्रयोग में लेने के लिए विभाग द्वारा इन का प्रचारप्रसार करने के लिए भी कहा. साथ ही, उर्वरकों की हो रही कालाबाजारी की रोकथाम और कालाबाजारी करने वाले आदान विक्रेताओं पर कार्यवाही की जाए.

बैठक में कृषि आयुक्त कन्हैयालाल स्वामी ने सिंगल सुपर फास्फेट (एसएसपी) के विनिर्माता एवं आपूर्तिकर्ताओं को निर्देशित किया कि उर्वरकों की गुणवत्तापूर्वक एवं मांग के अनुरूप आपूर्ति प्राथमिकता से करें.

उन्होंने संयुक्त निदेशक (गुण नियंत्रण) को निर्देशित किया कि विशेष गुण नियंत्रण अभियान चला कर आदान विक्रेताओं के पोस मशीन एवं वास्तविक भौतिक स्टाक का निरीक्षण करें. कृषि आयुक्त कन्हैयालाल स्वामी ने एसएसपी व यूरिया को मिला कर डीएपी की जगह विकल्प के रूप में उपयोग करने का भी सुझाव दिया.

बैठक में अतिरिक्त निदेशक (आदान) डा. सुवालाल, संयुक्त निदेशक (आदान) लक्ष्मण राम, संयुक्त निदेशक (गुण नियंत्रण) गजानंद सहित विभागीय अधिकारी और उर्वरक विनिर्माता एवं आपूर्तिकर्ता कंपनियों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे.

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