खूंटी( झारखंड): जनजातीय गौरव दिवस के शुभ अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने झारखंड के खूंटी से विकसित भारत संकल्प यात्रा का उद्घाटन किया. सरकारी कल्याण कार्यक्रमों को मैदानी स्तर पर उतारने के लिए एक देशव्यापी पहल के रूप में शुरू होने वाली इस पहल ने अब एक अभिनव मोड़ ले लिया है, जो कृषि और संबद्ध गतिविधियों में ड्रोन प्रौद्योगिकी की परिवर्तनगामी शक्ति को दर्शाता है.

विकसित भारत संकल्प यात्रा की पहुंच 2.60 लाख से अधिक ग्राम पंचायतों और 4,000 से अधिक शहरी स्थानीय निकायों तक हो गई है. यह यात्रा एक विशाल आउटरीच कार्यक्रम, प्रगति और समावेशिता का प्रतीक बन गई है.

जैसेजैसे यात्रा गति पकड़ रही है, एक उल्लेखनीय पहलू जो ध्यान का केंद्र बन रहा है, वह है, कृषि परिदृश्य में ड्रोन का एकीकरण. इस पहल का उद्देश्य किसानों को अत्याधुनिक तकनीक से लैस करना, उन्हें उत्पादकता और सतत व्यवहारों को बढ़ाने के लिए उपकरण प्रदान करना है.

ड्रोन : शो के सितारे

लोग विकसित भारत संकल्प यात्रा की आईईसी वैन और ड्रोन के शो की उत्सुकता से प्रतीक्षा करते हैं. ये दोनों शो के सितारे बन गए हैं. घनगरज के साथ उड़ने वाली मशीनें दर्शकों, विशेषकर किसानों को मंत्रमुग्ध कर रही हैं, क्योंकि पूरे अभियान के दौरान इन का प्रत्यक्ष प्रदर्शन किया जाता है. यह प्रदर्शन कृषि में क्रांति लाने में ड्रोन की क्षमता को दर्शाते हैं. ध्यान सिर्फ बढ़ी हुई दक्षता पर नहीं है, बल्कि किसानों को सूझबूझ के साथ निर्णय लेने के लिए ज्ञान और उपकरणों के साथ सशक्त बनाने पर है.

ड्रोन प्रदर्शनों को देश के कोनेकोने में स्थित किसान समुदाय, विशेषकर महिला किसानों से अत्यधिक प्रशंसा प्राप्त हो रही है. केरल से हिमाचल प्रदेश तक, गुजरात से त्रिपुरा तक, संदेश स्पष्ट था - ड्रोन कृषि में सकारात्मक बदलाव का प्रेरक हैं.

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