पत्रिका ‘फार्म एन फूड’ दिल्ली प्रैस के गौरवशाली प्रकाशनों में शुमार देश के किसानों को न केवल खेतीकिसानी से जुड़ी जानकारियां उपलब्ध कराती है, बल्कि यह आम बोलचाल की भाषा में कृषि की नई तकनीकी जानकारी, बागबानी, मत्स्यपालन, डेरी व डेरी उत्पाद, फूड प्रोसेसिंग, खेतीबारी से जुड़ी मशीनों, खेतखलिहान से बाजार तक का सफर समेत ग्रामीण विकास और किसानों की सफलता की कहानियों और अनुभवों को किसानों तक अपने लेखों और खबरों के जरीए पहुंचाने का काम करती रही है. यही वजह है कि इस पत्रिका का प्रसार देश में तेजी से बढ़ रहा है और खेतीबारी में दिलचस्पी रखने वाले पाठकों की तादाद में इजाफा भी हो रहा है.
पत्रिका ‘फार्म एन फूड’ न केवल लेखों के जरीए किसानों की मददगार बनी हुई है, बल्कि समयसमय पर उन का सम्मान कर किसानों के प्रयासों और अनुभवों को लोगों की नजर में लाने का काम करती रही है. इसी कड़ी में किसानों के सम्मान के लिए पिछले 3 सालों से ‘फार्म एन फूड अवार्ड’ का आयोजन पूर्वी उत्तर प्रदेश में किया जाता रहा है.
इस वर्ष यह आयोजन उत्तर प्रदेश के सिद्धार्थनगर जिले के पिंक स्मार्ट विलेज, हसुड़ी, औसानपुर में ‘फार्म एन फूड जौन डियर अवार्ड’ के नाम से किया गया, जिस के आयोजन में सिद्धार्थनगर जिले के एसपी आटोमोबाइल्स व हसुड़ी ग्राम पंचायत ने मुख्य प्रायोजक के रूप में सहयोगी भूमिका निभाई.
कार्यक्रम का ये हिस्सा बने
17 जनवरी, 2018 को हसुड़ी ग्राम पंचायत तकरीबन 1200 किसानों के जमावड़े की गवाह बनी, जब खेती में नवाचार और तकनीकी के जरीए बदलाव लाने वाले किसानों को सम्मानित किया गया.
इस कार्यक्रम का उद्घाटन उत्तर प्रदेश सरकार में आबकारी व मद्यनिषेध विभाग के कैबिनेट मंत्री राजा जय प्रताप सिंह ने मुख्य अतिथि के रूप में फीता काट कर किया. इस दौरान डुमरियागंज विधानसभा के विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह, बस्ती मंडल के कमिश्नर दिनेश कुमार सिंह, जिलाधिकारी कुणाल सिल्कू, पुलिस अधीक्षक धर्मवीर सिंह ने शिरकत की.
इस के अलावा परियोजना निदेशक संत कुमार, जिला विकास अधिकारी सुदामा प्रसाद, सीएमओ डाक्टर वेद प्रकाश शर्मा, बेशिक शिक्षा अधिकारी मनीराम सिंह, एसडीएम जुबेर बेग सहित जिले के तमाम आला अधिकारी मौजूद रहे, जिन्होंने किसानों द्वारा लगाए गए स्टालों पर जा कर उन की सफलता की न केवल कहानी जानी, बल्कि सरकार द्वारा खेतीबारी से जुड़ी योजनाओं से उन किसानों को जोड़ने का भरोसा भी दिया.
इस दौरान वहां मौजूद किसानों को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि राजा जय प्रताप सिंह ने कहा कि सिद्धार्थनगर प्रदेश के पिछड़े जिलों में भले ही गिना जाता रहा हो, लेकिन खेती के नजरिए से यह बहुत धनी जिला है. काला नमक और बासमती के लिए इस जिले की पहचान पूरी दुनिया में है. ऐसे में दिल्ली प्रैस की पत्रिका ‘फार्म एन फूड’ ने देश के किसानों के सम्मान के लिए अवार्ड का आयोजन कर सिद्धार्थनगर जैसे जिले में एक नई अभिनव पहल की है.
उन्होंने हसुड़ी, औसानपुर गांव में हुए विकास के कामों की तारीफ की और कहा कि देश की दूसरी ग्राम पंचायतों को ग्राम प्रधान दिलीप त्रिपाठी के कामों से सीख लेनी चाहिए.
विधायक राघवेंद्र प्रताप सिंह ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि ‘फार्म एन फूड’ में लगाए गए नवाचारी किसानों के स्टाल पर जा कर यह पता चला कि अगर किसान उन्नत तकनीकी का उपयोग करें तो वे कभी भी घाटे में नहीं रहें.
बस्ती मंडल के कमिश्नर दिनेश प्रताप सिंह ने इस तरह के आयोजन को बेहद सराहनीय कदम बताया और कहा कि इस से किसानों का मनोबल बढ़ता है.
सीनियर डाक्टर वीके वर्मा ने कहा कि वे पिछले 30 सालों से भी ज्यादा समय से दिल्ली प्रैस की पत्रिकाओं के नियमित पाठक रहे हैं. जिस तरह दिल्ली प्रैस ने देश के हर वर्ग को ध्यान में रख कर पत्रिकाएं निकाली हैं, उस ने समाज को एक नई दिशा देने का काम किया है. उन्होंने कहा कि वे चिकित्सा के क्षेत्र में होने के बावजूद साल 2009 से ‘फार्म एन फूड’ पत्रिका के नियमित पाठक हैं.
जिला अधिकारी कुणाल सिल्कू ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि किसान तभी प्रगति कर सकते हैं, जब वे आधुनिक तकनीक और उन्नत कृषि प्रणाली का उपयोग करें. इस के लिए सरकार भी तमाम योजनाएं चला रही है. किसान इन योजनाओं का लाभ ले कर घाटे की खेती से उबर सकते हैं. किसानों के लिए इतने बड़े स्तर का आयोजन अपनेआप में अनूठी बात है.
स्टाल रहे आकर्षण का केंद्र
‘फार्म एन फूड जौन डियर अवार्ड’ में प्रगतिशील किसानों द्वारा लगाए गए कृषि उत्पाद और नवाचारों के बारे में यहां आए किसानों ने तमाम जानकारी ली.
एक तरफ किसानों ने युवा किसान प्रेम प्रकाश सिंह द्वारा की जा रही बड़े स्तर पर खस की खेती, उस की प्रोसेसिंग व मार्केटिंग की जानकारी ली, तो वहीं दूसरी तरफ किसान राममूर्ति मिश्र द्वारा इंटीग्रेटेड खेती के तहत की जा रही राजमा, सुगंधित धान व चीकू की खेती की जानकारी ली.
किसानों द्वारा लगाए गए स्टालों पर युवा किसानों का जमावड़ा रहा. किसान अरविंद पाल द्वारा किए जा रहे मछलियों की विभिन्न प्रजातियों के पालन व उस की तकनीकी जानकारी, किसान राजेंद्र सिंह सिंह द्वारा की जा रही जैविक खेती, बिजेंद्र पाल द्वारा विकसित विशेष प्रजाति के धान, किसान अरविंद सिंह के आलू बीज उत्पादन की तकनीकों समेत दूसरे स्टालों से खूब जानकारियां बटोरीं.
ग्राम प्रधान हुए सम्मानित
‘फार्म एन फूड जौन डियर अवार्ड’ के आयोजन के प्रमुख सहयोगी व स्मार्ट ग्राम, हसुड़ी के ग्राम प्रधान दिलीप कुमार त्रिपाठी को ‘फार्म एन फूड’ द्वारा विशेष रूप से सम्मानित किया गया.
इस दौरान कार्यक्रम में आए किसानों और अतिथियों ने गांव में किए गए विकास के कामों का जायजा भी लिया, जिन में पिंक विलेज के रूपम गांव के रंगरोगन, औरतों की सुरक्षा और खुले में शौच की रोकथाम के लिए लगाए गए सीसीटीवी कैमरे, फ्री वाईफाई, गांव के स्कूल और शिक्षा व्यवस्था, कूड़ा प्रबंधन व साफसफाई, हर घर में एलईडी व बिजली खंभों पर लगे एलईडी की स्ट्रीट लाइट, पूर्वांचल की संस्कृति को बचाने के लिए पूर्वांचल संस्कृति संग्रहालय, गांव की लड़कियों व औरतों के लिए मुफ्त कंप्यूटर व सिलाईकढ़ाई की ट्रेनिंग समेत करए गए विकास के दूसरे कामों की जम कर सराहना की गई.
साझा किए अपने अनुभव
राजस्थान से आए युवा किसान पवन के. टाक ने कार्यक्रम में आए किसानों को जैविक खेती की जानकारी दी और बताया कि किसान जैविक विधि से खेती कर के न केवल अपनी लागत में कमी ला सकते हैं, बल्कि डेढ़ से दोगुना आमदनी भी ले सकते हैं.
राजस्थान के ही किसान राकेश चौधरी ने किसानों को औषधीय खेती से आमदनी बढ़ाने के टिप्स दिए और बताया कि उन्होंने किस तरह से राजस्थान में औषधीय खेती करने वाले किसानों को बिचौलियों के चंगुल से छुटकारा दिला कर उन की आमदनी को दोगुना किया है.
महराजगंज जिले के वर्मी कंपोस्ट के बड़े उत्पादक किसान नागेंद्र पांडेय ने अपनी सफलता के राज बताए, वहीं सिद्धार्थनगर जिले के किसान राम उजागिर, जुगानी मौर्य, सिविल सर्जन हरदेव मिश्र, नुरुल हक जैसे किसानों ने अपनी कामयाबी के राज बताए.
बांटे गए गिफ्ट
कार्यक्रम में सहयोगी रही जौन डियर ट्रैक्टर की स्थानीय एजेंसी एसपी आटोमोबाइल्स द्वारा किसानों को जौन डियर की तरफ से डायरी, पैन, बैग, पर्स वगैरह गिफ्ट भी बांटे गए.
इस मौके पर एसपी आटोमोबाइल्स के मालिक आशीष दुबे ने कहा कि किसानों के सम्मान के इतने बड़े आयोजन का हिस्सा बन कर उन्हें बेहद खुशी हो रही है.
खिले किसानों के चेहरे
पिंक स्मार्ट विलेज, हसुड़ी, औसानपुर के पंचायत भवन का प्रांगण देश के अन्नदाता किसानों के सम्मान का द्योतक बना, जब इन्हें अतिथियों के हाथों ‘फार्म एन फूड जौन डियर अवार्ड’ से नवाजा गया.
सम्मानित किसानों में सिद्धार्थनगर जिले से मोरध्वज सिंह को गन्ना उत्पादन के लिए, जटाशंकर पांडेय और जगदंबा प्रसाद को कृषि यंत्रीकरण, जुगानी मौर्य को चने की खेती, रामदास मौर्य को सब्जी की खेती, राम उजागिर को कृषि विविधीकरण, सिविल सर्जन साधन संरक्षण तकनीकी द्वारा धानगेहूं की खेती, हरदेव मिश्र को सब्जी की खेती, प्रेमशंकर चौधरी को बीज उत्पादन, नुरुल हक को मुरगीपालन, हम्माद हसन को मछलीपालन, प्रदीप मौर्य को कृषि यंत्रीकरण, चंद्रभान मौर्य और ज्ञानचंद्र गुप्ता को सब्जी उत्पादन, रामलखन मौर्य को करेले की खेती, परशुराम यादव को काला नमक धान उत्पादन, भगौती प्रसाद को तिलहन उत्पादन, श्रीराम यादव को फसल उत्पादन, अकबर अली को तिलहन उत्पादन और श्रीधर पांडेय को कृषक उन्नयन के लिए अवार्ड मिला.
बस्ती जिले से सम्मानित होने वाले किसानों में अरविंद पाल को इंट्रीग्रेटेड फार्मिंग, प्रेम प्रकाश सिंह को औषधीय व सुगंधित खेती, राममूर्ति मिश्रा को फसलोत्पादन, राजेंद्र सिंह को दलहनतिलहन, बिजेंद्र पाल को बीज उत्पादन, जिला महराजगंज से नागेंद्र पांडेय को केंचुआ खाद, राजस्थान से पवन के. टाक को जैविक खेती के क्षेत्र में नवाजा गया.
साथ ही, यह सम्मान राकेश चौधरी को औषधीय खेती, मोईनुद्दीन चिश्ती को कृषि पर्यावरण पत्रकारिता, गांव कनेक्शन, लखनऊ की नीतू सिंह को कृषि ग्रामीण पत्रकारिता,
डा. वीके वर्मा को चिकित्सा, आलोक शुक्ल को ग्रामीण कला शिक्षा, कृषि विज्ञान केंद्र, सिद्धार्थनगर के वैज्ञानिकों में डा. डीपी सिंह, वैज्ञानिक पशु विज्ञान, वैज्ञानिक ई. अशोक कुमार पांडेय को कृषि अभियंत्रण, वैज्ञानिक डा. अशोक सिंह को सस्य विज्ञान, वैज्ञानिक
डा. प्रदीप कुमार कोफसल सुरक्षा, डाक्टर पीके सिंह को वैज्ञानिक उद्यान, वैज्ञानिक डाक्टर एसके मिश्र को कृषि प्रसार, वैज्ञानिक डा. एम सिंह को फार्म प्रबंधक, वैज्ञानिक नीलम सिंह को गृहविज्ञान में मिला.
बस्ती जिले से सम्मानित होने वाले कृषि विज्ञान केंद्र, बस्ती के वैज्ञानिकों में डाक्टर एसएन सिंह, कार्यक्रम समन्वयक, वैज्ञानिक राघवेंद्र विक्रम सिंह, कृषि प्रसार, वरिष्ठ वैज्ञानिक डाक्टर एसएन लाल, पशुविज्ञान शामिल रहे.
इस मौके पर सम्मानित हुए किसानों का कहना था कि वे दिनरात खेतों में मेहनत कर के फसल उगाते हैं, तब कहीं जा कर देश की सवा अरब जनता का पेट भर पाते हैं. उस के बावजूद भी किसानों की अनदेखी की जाती है. ऐसे हालात में किसानों की मददगार पत्रिका ‘फार्म एन फूड’ ने उन का सम्मान कर उन के हौसले को दोगुना कर दिया.
इस कार्यक्रम के मंच संचालन की जिम्मेदारी युवा पत्रकार भृगुनाथ त्रिपाठी ने कुशलतापूर्वक निभाई. सचिंद्र शुक्ल, विशाल पांडेय व सत्यप्रकाश पांडेय का भी कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्त्वपूर्ण योगदान रहा.